पंजाब कांग्रेस सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, जो इमरान खान के प्रधानमंत्री पद की शपथ में शामिल होने गए हैं, ने पाक आर्मी चीफ के गले मिलने के बाद उठे विवाद का जवाब शनिवार को इस्लामाबाद में प्रेस कांफ्रेंस करके किया। उन्होंने कहा कि जनरल बाजवा ने उनसे बातचीत में कहा कि वे चाहते हैं शान्ति हैं।
सिद्धू ने कहा कि वे राजनेता के तौर पर नहीं दोस्त बनकर इस्लामाबाद आये हैं। सिद्धू ने कहा दोनों देशों में रिश्ते बेहतर होने चाहिए। ”कब तक हम खून के दरिया में तैरते रहेंगे।” सिद्धू ने कहा कि मैं यहाँ दोस्त के नाते आया हूँ। सिद्धू ने कहा कि उन्होंने गुरदासपुर-करतारपुर सड़क को लेकर भी बात की जिसपर उन्हें सकारात्मक उत्तर मिला। उन्होंने रावी के पानी की भी बात की और कहा दोस्ती के लिए कदम बढाए जाने चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पाकिस्तान के लोगों को इमरान खान के रूप में जो नेता मिला है उससे लोगों को बहुत उम्मीद है। सिद्धू ने कहा कि इमरान खान पाकिस्तान की तकदीर बदल सकते हैं।
उन्होंने प्रेस कांफेरेंस में यह भी कहा कि एक देश को एक कदन और दूसरे देश को दो कदम आगे बढ़ाने चाहियें ताकि दोनों के रिश्तों में शान्ति आ सके।
गौरतलब है कि देश में सिद्धू के पाक आर्मी चीफ से गले मिलने के बाद से ही भाजपा नेता उनपर हमला कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी कुछ लोगों की तरफ से उनके इस व्यवहार की निंदा की गयी है। इसके बाद ही सिद्धू को सफाई देने प्रेस कांफेरेंस करनी पड़ी। वैसे कांग्रेस की तरफ से इस मसले पर कोइ आधिकारिक टिपण्णी अभी नहीं आई है।