राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल हत्याकांड से इलाके में तनाव पसरा हुआ है। पुलिस ने बुधवार को बताया कि 46 वर्षीय दर्जी कन्हैया लाल के शरीर पर 26 चोटों के निशान थे, किंतु यह स्पष्ट नहीं है कि यह सभी निशान चाकू के है।
कन्हैया लाल अपनी दुकान पर काम कर रहे थे तभी रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद ने उनपर हमला किया था। चाकू से वार कर इस पूरी घटना का उन्हें वीडियो भी बनाया जिसे कुछ समय पश्चात सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।
हालांकि पुलिस ने हमले में कथित रूप से शामिल रियाज अख्तरी, गौस मोहम्मद और हमले में कथित रूप से शामिल तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार कर हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने बताया कि दोनों मुख्य आरोपियों को भीम कस्बे से उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वे दोनों भागने की कोशिश कर रहे थे।
आपको बता दें, दोनों आरोपियों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रवक्ता नूपुर शर्मा के द्वारा मुहम्मद पैगंबर के बारे में विवादित बयान दिया था जिसका समर्थन टेलर कन्हैया लाल और उसके बेटे ने समर्थन किया था। जिसके बाद से हत्या लगातार उस पर नजर लगाए हुए थे। और मंगलवार को मौका मिलते ही कन्हैया को मौत के घाट उतार दिया था।
इस पूरे मामले की जांच के लिए राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एसआईटी गठित की है साथ ही गृह मंत्रालय ने भी आतंकी एंगल से जांच के लिए एनआईए को आदेश दिए है।