हेरिटेज दर्जा हासिल कालका-शिमला रेल ट्रैक सोमवार को कई घंटे बंद रहा। कारण था ट्रैक पर पेड़ और मलबा गिर जाना। इस के चलते उन यात्रियों को बहुत परेशानी झेलनी पडी जो उन ट्रेन में सफर कर रहे थे जो ट्रैक बंद होने के समय कालका जा रहे थे।
मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार सुबह शिमला-कालका रेल मार्ग पर शिमला के पास पहाड़ी से दो पेड़ और बड़ा मलबा ट्रैक पर आ गिरा। इससे ट्रैक अवरुद्ध हो गया। इस कारण शिमला से कालका के लिए निकल रही ट्रेन करीब चार घंटे फंसी रही और उसमें सवार यात्री परेशानी झेलने को मजबूर हो गए।
शिमला-कालका रेल ट्रैक को यूएन की तरफसे हेरिटेज ट्रैक का दर्जा हासिल है। अंग्रेजों के समय जो ट्रैक बना था आज तक उसमें एक भी ईंट नहीं लगी है। और जो ट्रेन चलती थीं वही कमोवेश अब भी चल रही हैं कुछ नई ट्रेन को छोड़कर। इस बरसात में सड़क के बाद रेल ट्रैक पर भी असर पड़ा है।
रेल अधिकारियों ने ”तहलका” को बतया कि शिमला के पास सोमवार सुबह मलबे के साथ दो पेड़ ट्रैक पर आ गिरे। करीब 4 घंटे तक रेलमार्ग बंद रहा। इस दौरान शिमला से कालका जाने वाली ट्रेन करीब 4 घंटे ट्रैक पर खड़ी रही। उनके मुताबिक ट्रैक बंद हो जाने से तीन ट्रेन भी रद करनी पड़ी। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
पहाड़ी से मलबा गिरने से रेलवे के पुराने भवन को भी नुकसान पहुंचा है। मलवा हटाने के लिए विभाग की ओर से काम शुरू किया गया। करीब चार घंटे के बाद ट्रैक पर से मलबा हटाया जा सका तब कहीं जाकर ट्रैक खुला। रद्द की गयी ट्रेन के यात्रियों को दूसरी ट्रेन में भेजा गया है।