साल २०१९ के लोक सभा चुनाव में फायदा लेने का मोदी सरकार पर आरोप लगते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बहन और ख्यात लेखिका और फिल्मकार गीता मेहता ने एक रोज पहले घोषित पद्म श्री पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक गीता ने शनिवार को इसकी जानकारी एक प्रेस रिलीज जारी करके दी है। इसमें गीता ने पुरूस्कार ठुकराने का फैसला उन्होंने अगले लोक सभा चुनाव को देखते हुए किया है। उन्होंने कहा – केंद्र की मोदी सरकार ने आगामी लोकसभा चुनाव में राजनीतिक फायदा लेने के लिए यह पुरस्कार दे रही है, जिसके चलते वो इसको स्वीकार नहीं कर रही हैं।”
गौरतलब है शुक्रवार को सरकार ने पदम पुरुस्कारों की जो घोषणा की थी उसकी सूची में गीता को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए पद्मश्री देने का ऐलान किया गया था।
गीता ने पुरस्कार ठुकराने की जानकारी वाले प्रेस नोट में कहा कि ”यह मेरे लिए गर्व की बात है कि सरकार ने मुझे पद्मश्री के योग्य समझा, लेकिन दुख के साथ बताना पड़ रहा है कि मैं यह अवॉर्ड लेने से इनकार कर रही हूं। इसकी वजह यह है कि देश में जल्द ही आम चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में इस समय सम्मान लेने से गलत संदेश जाएगा, जो मेरे और सरकार दोनों के लिए शर्मिंदगी की बात होगी।”
उधर उनके भाई नवीन पटनायक ने इस मामले में कुछ कहने से इंकार दिया है। फिलहाल गीता इस बार के पदम् पुरुस्कारों में घोषित नामों में अकेली हैं जिन्होंने पुरूस्कार ठुकराने का फैसला किया है।