डीएसपी ने बताया कि किशोर छात्र ने शुक्रवार दोपहर को अपने घर पर फांसी लगाकर जान दे दी है। उन्होंने बताया कि सुसाइड नोट में छात्र ने लिखा है कि उसने मां के खाते से 40 हजार रुपये निकाले और इस पैसे को ‘फ्री फायर’ नामक गेम में बर्बाद कर दिया। छात्र ने अपनी मां से माफी मांगते हुए लिखा है कि अवसाद के कारण वह आत्महत्या कर रहा है।
पुलिस ने बताया कि किशोर ने जब यह कदम उठाया, तब उसकी मां और पिता घर पर नहीं थे। छात्र की मां प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में नर्स हैं और घटना के समय जिला अस्पताल में ड्यूटी पर थीं। उन्होंने बताया कि रुपये निकालने को लेकर छात्र की मां के फोन पर मैसेज आया, जिसके बाद मां ने बेटे को डांट लगाई थी। इसके बाद लड़के ने कमरे में खुद को बंद कर लिया। कुछ देर बाद उसकी बड़ी बहन वहां पहुंची तो उसने कमरा अंदर से बंद पाया। दरवाजा नहीं खोलने पर जब तोड़कर देखा तो बेटा पंखे से लटका मिला।
राज्य के साथ ही केंद्र सरकार को चाहिए कि ऐसे सभी प्रकार के ऑनलाइन गेम्स पर पाबंदी लगाए या उनके लिए जरूरी गाइडलाइन जारी करे। मामले में सख्ती बरतनी बेहद जरूरी है। इस पर किसी भी तरह की ढिलाई का मतलब है कि युवाओं के साथ खिलवाड़ करना। परिजनों को भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और अपने बच्चों पर खास नजर रखनी चाहिए और समय-समय पर उनसे वार्तालाप भी करते रहना जरूरी है।