पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की १९९१ में एलटीटीई के आतंकियों के हाथों हत्या के बाद गांधी परिवार को मिली एसपीजी सुरक्षा वापस लेने के बाद राजीव गांधी की विधवा और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को १० साल पुरानी गैर बुलेट प्रूफ एसयूवी और पुलिस की सुरक्षा सरकार की तरफ दी गयी है। कांग्रेस ने यह मुद्दा पहले लोकसभा और अब राज्यसभा में उठाते हुए सरकार से कहा है कि सुरक्षा को राजनीति से ऊपर रखा जाना चाहिए।
एसपीजी का गठन १९८४ में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद किया गया था। राजीव गांधी को दिया जा रहा एसपीजी कवर उनके ऑफिस छोड़ने के बाद हटा दिया गया था और इसी दौरान उनकी हत्या हो गयी थी। उनकी हत्या के गंभीर खतरे को देखते हुए सोनिया गांधी और उनके बच्चों- राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को एसपीजी सुरक्षा दी गई थी।
सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की एसपीजी सुरक्षा वापस लेने के सरकार के फैसले से पहले पूर्व पीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह की एसपीजी सुरक्षा भी वापस ले ली गयी थी। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को एसपीजी की तरफ से बख्तरबंद बीएमडब्ल्यू कर दी गई है। अब देश में सिर्फ पीएम मोदी के पास यह सुरक्षा कवर है।
सरकार का कहना कि सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव स मामले की सुरक्षा समिति की सिफारिश के आधार पर कहा गया है कि गांधी परिवार के थ्रेट परसेप्शन को देखते हुए उन्हें अब एसपीजी सुरक्षा की जरूरत नहीं है। अब गांधी परिवार को १० साल पुरानी टाटा सफारी और पुलिस सुरक्षा दी गई है। मंगलवार के बाद बुधवार को भी संसद में कांग्रेस ने इस मामले को उठाया और पीएम मोदी से सुरक्षा व्यवस्था में किए गए बदलाव पर जवाब मांगा।
गौरतलब है कि इस महीने के शुरु में गांधी परिवार से स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) कवर को हटा दिया गया था और उन्हें जेड-प्ल्स सिक्योरिटी दी गई थी। जेड-प्ल्स सिक्योरिटी के तहत सौ सुरक्षाकर्मी सुरक्षा जिम्मा संभालते हैं। एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के बाद सोनिया गांधी, राहुल गांधी ने एसपीजी का उन्हें इतने साल तक सुरक्षा देने के लिए आभार जताया था।
साल १९९१ में श्रीलंका स्थित आतंकवादी समूह एलटीटीई ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी थी जिसके बाद से ही गांधी परिवार को कड़ी सुरक्षा दी जा रही थी। लेकिन वर्तमान सरकार के मुताबिक गांधी परिवार को अब कम खतरा है और इस वजह से उनकी सुरक्षा को पहले से कम कर दिया गया है।
अब जेड-प्ल्स सिक्योरिटी में दिल्ली पुलिस को सोनिया गांधी और राहुल गांधी के घरों का जिम्मा सौंपा गया है। साथ ही अब गांधी परिवार को स्पेशल बुलेट प्रूफ गाड़ियों की बजाए १० साल पुरानी २०१० मेड टाटा सफारी दी गई है। सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी पहली रेंज रोवर गाड़ियों का उपयोग करती थीं जो किसी किस्म के धमाकों से बचने में भी सक्षम होती थीं जबकि राहुल गांधी फॉर्च्यूनर कार का उपयोग करते थे। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को एसपीजी की तरफ से बख्तरबंद बीएमडब्ल्यू कर दी गई है।