पुलवामा में आत्मघाती आतंकी हमले में ४० भारतीय जवानों की शहादत के बाद बंद कर दिया वयापार आदान-प्रदान दुबारा शुरू हो गया है। पुलवामा के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बावजूद भारत और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के बीच एलओसी पर व्यापार गुरुवार को पुंछ और उरी के बीच शुरू हो गया। इस बीच खबर है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इंडस वाटर ट्रीटी के तहत पाकिस्तान जाने वाला पानी रोकने की चेतावनी दी है।
तहलका की जानकारी के मुताबिक करीब १३५ भारतीय ट्रक, जो विभिन्न वस्तुओं से भरे थे, पीओके की तरफ रवाना हुए हैं। उधर बार्डर के उस तरफ से तरफ से सामान से भरे करीब ७० ट्रक एलओसी से भारत की तरफ आये हैं। एलओसी पर तीन दिन में ही व्यापार बहाल हो जाने के फैसले को बहुत आश्चर्यजनक माना जाएगा क्योंकि केंद्र में मोदी सरकार और खुद पीएम मोदी पाकिस्तान को लेकर सख्त रुख अपने भाषणों में अपनाये हुए हैं।
उधर पूछ और जम्मू के लोगों को भी सरकार के पाकिस्तान समर्थित आतंकी हमले के छह दिन के भीतर पुंछ से व्यापार फिर शुरू से बहुत हैरानी हुई है। गौरतलब है कि आत्मघाती आतंकी हमले के एक दिन बाद ही मोदी सरकार ने इस व्यापार को निलंबित कर दिया गया था लेकिन गुरुवार को ही फिर शुरू कर दिया। पुंछ में चक्कां-दा-बाग से पीओके को टमाटर, अनानास, अनार, जड़ी बूटी, लहसुन, अंगूर और अन्य सामान ले जाने वाले ३५ ट्रक लोड किए गए। उधर सूखे खजूर, बादाम, आलू और पिस्ता ले जाने वाले उन्नीस ट्रक पीओके से भारत की तरफ आए।
दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण तनाव के कारण व्यापार मंगलवार को छुट्टी के कारण स्थगित रहा और बुधवार को नहीं हुआ। हालांकि, गुरुवार सुबह इसे फिर से शुरू किया गया। सुरक्षा एजेंसियों ने समय-समय पर कश्मीर के उड़ी में पुंछ और सलामाबाद से क्रॉस-एलओसी व्यापार बंद करने का सुझाव दिया था क्योंकि पीओके से आने वाले ट्रकों में विस्फोटक और ड्रग्स की तस्करी की कई घटनाएं प्रकाश में आई थीं। एनआईए ने कुछ समय पहले व्यापार को निलंबित करने की सिफारिश की थी। हालाँकि, पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एलओसी से व्यापार का समर्थन किया था।
उधर उत्तरी कश्मीर में भी सलामाबाद के जरिये व्यापार १९ फरवरी को शुरू कर दिया गया था। आतंकी हमले के चार दिन बाद एलओसी के दोनों ओर से ३५ ट्रक इधर से उधर गए।