राजधानी दिल्ली में दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव को लेकर भले ही 8 महीने का समय बचा हो पर, दिल्ली में भाजपा, कांग्रेस और आप पार्टी के बीच पोस्टर वार शुरू हो गया है। जहां –तहां एक राजनीतिक दल दूसरे राजनीतिक दल पर भ्रष्ट्राचार से लेकर दंगा भड़काने तक के आरोप लगा रहे है। बताते चलें एम सी डी के चुनाव मार्च –अप्रैल 2022 में है। लेकिन चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गयी है।
कोरोना काल चल रहा है। राजनीतिक दल, सस्ते भोजन से लेकर , कोरोना के मरीजों को सहायता और जहां –तहां सामाजिक कार्यकर्ता सम्मेलन करने में लगें है। जानकारों का मानना है। कि 15 अगस्त से राजनातिक दल और भी तेज कार्यक्रम करना शुरू कर देंगे। ताकि लोगों के बीच उनकी सियासी जमीन बनी रही रहे। भाजपा के नेता संतोष कुमार ने बताया कि आने वाले दिनों में दिल्ली में एम सी डी चुनाव को लेकर हलचल तेज हो जायेगी। भले ही एम सी डी चुनाव को लेकर राष्ट्रीय नेता अनदेखा करें पर, मौजूदा राजनीति में और कोरोना काल में एम सी डी के चुनाव को अनदेखा नहीं किया जा सकता है। क्योंकि दिल्ली की सियासत में एम सी डी के चुनाव का अपना अलग ही महत्व है। बताते चलें इस बार का एम सी डी चुनाव भाजपा और आप पार्टी के बीच हो सकता है। जबकि दिल्ली में कांग्रेस अपनी वापसी और उपस्थिति के लिये अभी जोर आजमाइस कर रही है।
कांग्रेस के नेता अजीत सिंह का कहना है कि कांग्रेस के कार्यकाल में हुये काम और विकास को दिल्लीवासी याद करते है।जबसे दिल्ली विधानसभा और दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस चुनाव हारी है। तब से दिल्ली में विकास काम रूक गया है। अब दिल्ली वाले फिर से कांग्रेस को मौका देंगे।दिल्ली की सड़को से लेकर जगह भाजपा और आप पार्टी के बीच एक दूसरे पर भ्रष्ट्राचार के आरोप वाले पोस्टरों से भरे पड़े है।