दिल्ली ‘एम्स’ में हुए साइबर अटैक के बाद इसके हैकर्स ने 200 करोड़ रुपए की फिरौती की मांग की है। अब ‘एम्स’ में लगे हर कंप्यूटर को फॉर्मेट किया जा रहा है जिसमें सभी विभागाध्यक्षों और सेंटर प्रमुखों को आदेश दिया है कि वे कंप्यूटर से बैकअप डाटा अलग हार्ड डिस्क में ले लें। यह काम इसी हफ्ते के लिए जाने की संभावना पूरा कर दिए जाने की संभावना है।
एम्स के कंप्यूटर्स पर रैनसमवेयर नाम का साइबर अटैक हुआ था जिसके बाद हड़कंप मच गया। अब एक हफ्ते बाद हैकर्स ने एम्स का सर्वर रिलीज करने के बदले 200 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग कर दी है। बता दें एम्स में करीब 5 हजार कंप्यूटर सिस्टम और 50 सर्वर हैं।
दिलचस्प बात यह है कि हैकर्स ने फिरौती की रकम भारतीय रुपये, अमेरिकी डॉलर्स या पोंड्स में नहीं बल्कि वर्चुअल क्रिप्टोकरेंसी में माँगी है। इसका कारण यह है कि वे अपनी खुद को ट्रेस नहीं होने देना चाहते हैं।
एम्स पर साइबर अटैक के बाद फिरौती को लेकर दिल्ली पुलिस और कर्ट-इन के विशेषज्ञों के अलावा इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटेजिक ऑपरेशंस (इफ्सो) डिविजन ने फिरौती का मामला दर्ज कर लिया है। बता दें एम्स में साल भर में 38 लाख मरीज इलाज करवाने के लिए भर्ती होते हैं। साइबर अटैक से मरीजों की डाटा चोरी होने की आशंका भी जताई गयी है।