भले ही दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव की तारीख का ऐलान नहीं हुआ है। लेकिन दिल्ली की सियासत में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अमरीश गौतम का कहना है कि आप पार्टी ने जब से दिल्ली में सरकार बनाई है, तब से विकास कार्य ठप पड़े है। जो काम कांग्रेस के शासन में हुये थे। उसकी रियेरिंग तक आप पार्टी नहीं करवा पा रही है।
स्कूलों में टीचरों की कमी है। लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल तो करोड़ो रूपयों को खर्च कर अपने विज्ञापनों को छपवाने में लगें है। उन्होंने बताया कि आप पार्टी और भाजपा दोनों एक मिले है। सिर्फ व सिर्फ नूरा कुश्ती कर जनता को गुमराह करने में लगें है। उनका कहना है कि आप पार्टी को पंजाब में जिताने के लिये भाजपा ने काम किया है। तो अन्य 4 राज्यों मणिपुर, गोवा,उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भाजपा को जिताने के लिये आप पार्टी ने काम किया है।
उनका कहना है कि रहा सवाल एमसीडी के चुनाव का तो यहां पर भाजपा और आप पार्टी चुनाव तो लड़ेगी। भाजपा के नेता व पूर्व निगम के नेता मनोज कुमार का कहना है कि कांग्रेस की राजनीति को जनता ने नकार दिया है। सो जो चाहे आरोप लगा रही है।
आप पार्टी के नेता हंसराज सिंह का कहना है कि जब कोई राजनीति दल चुनाव में हार जाता है तो दूसरे जीतने वाले दलों पर आपसी मिली भगत होने का दावा करने लगती है। जबकि सच्चाई ये है कि एमसीडी के चुनाव में आप पार्टी की जीत निश्चित है। उनका कहना है कि जो नेता आरोप लगा रहे है। उन्हें इस बात पर भी गौर करना चाहिये अगर भाजपा और आप पार्टी आपस में मिली होती तो आज भाजपा की केन्द्र सरकार एमसीडी के चुनाव को न टालती।दिल्ली का राजनीति के जानकारी आलोक कुमार का कहना है कि मौजूदा समय में जो सियासत चल रही है। उससे तो लगता है कि चुनाव में त्रिकोणीय संघर्ष हो सकता है।