एमसीडी चुनाव में छात्रों भागीदारी की मांग

आगामी दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव को लेकर इस बार दिल्ली यूनिवर्सिटी(डीयू) के छात्र अपनी प्रबलदारी को लेकर जोर आजमाइस कर रहे है। डीयू के छात्रों ने तहलका संवाददाता को बताया कि हर बार एमसीडी के चुनाव में कांग्रेस, भाजपा और आम आदमी  पार्टी अपनी छात्र इकाई को टिकट देते रहे है। लेकिन नाम मात्र का टिकट एक –दो छात्र नेताओँ को। अब छात्रों ने ठाना है। कि इस बार छात्र अपनी-अपनी पार्टियों से कम से कम 10 -10 छात्र नेताओं को टिकट मिलना चाहिये। अन्यथा छात्र एक अपना राजनीतिक दल गठित कर चुनाव मैदान में उतर सकते है।छात्र नेता रोहित सिंह का कहना है कि भाजपा की छात्र इकाई एबीवीपी और कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई है। उनका कहना है कि इसी तरह अन्य राजनीतिक दलों की छात्र इकाई है। जो एमसीडी , विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में अपने –अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिये जी तोड़ मेहनत करते है। लेकिन छात्र खुद नेता बनने से वंचित रह जाते है। जिससे छात्रों में कसक सी बनी रहती है। कि वे पढ़े लिखे होने के बावजूद भी जनता के बीच चुनकर न आ सकें और नेता बनने से रह गये है।

मौजूदा समय में पढ़े लिखें लोगों की राजनीति में आने की जरूरत है। जो सही मायने में समाज के हित के साथ राष्ट्र के हित में कोई काम कर सकें। रोहित सिंह का मानना है कि अगर समय रहते छात्रों ने अपनी –अपनी पार्टी नेताओं के समक्ष बात न रखी तो, अब बहुत देर हो सकती है।बताते चलें दिल्ली की राजनीति में छात्र नेताओं का अच्छा खासा बोलबाला है। इस लिहाज से राजनीतिक दल अपनी छात्र इकाई की मांगों को नजरअंदाज नहीं कर सकते है। अगर नजरअंदाज करते है। सो उनके लिये काफी मंहगा साबित होगा।