दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव को लेकर भले ही अभी ये भी तय नहीं हो पा रहा है कि चुनाव कब होंगे और कौन से महीने में होगे। लेकिन भाजपा और आप पार्टी के बीच पोस्टर वार चल रहा है। वहीं कांग्रेस भी पोस्टर वार में पीछे नहीं है।
कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा और आप पार्टी की आपसी सांठगांठ है। जबकि आप पार्टी कह रही है कि भाजपा ने हार के कारण चुनाव की तारीख को आगे बढ़वाया है। वहीं भाजपा का कहना है कि चुनाव कब होने कब नहीं होने ये सब चुनाव आयोग का काम है। भाजपा चुनाव को पूरी तरह से तैयार है।
बताते चलें (एमसीडी) के चुनाव अप्रैल महीने में होने थे। दिल्ली में एमसीडी में तीन जोन थे। जिसके कारण दिल्ली में तीन मेयर थे। लेकिन केन्द्र सरकार ने अब तीनों जोनों को हटाकर एक जोन ही बना दिया है। जिससे अब दिल्ली में एक ही मेयर होगा।
जानकारों का कहना है कि तीन जोनों और तीनों मेयर को लेकर जो भी सियासत हो रही है। वो तो एक बहाना है। क्योंकि एक राजनीतिक दल की चुनाव को लेकर कोई तैयारी नहीं है। वहीं एक राजनीतिक दल को जीत की ओर अग्रसर है। तो वहीं एक दल अपने खोये हुये जनाधार को पाने के लिये संघर्ष कर रहा है। ऐसे में सभी दलों की अपनी-अपनी राजनीति है।
एमसीडी के पूर्व अधिकारी सुरेश सिंह ने बताया कि एमसीडी में इस कदर भ्रष्टाचार फैला हुआ है। सो एमसीडी को लेकर जनता में बड़ा आक्रोश है। इसलिये एमसीडी में परिवर्तन में तो आ सकता है। इसी कारण चुनाव को टाल कर तीन जोनों को हटाकर एक जोन किया जा रहा है। इसलिये जनता को गुमराह करने के लिये ये सब किया जा रहा है। उनका कहना है कि पोस्टर वार तो राजनीति का हिस्सा है।