मध्य प्रदेश में सोमवार दोपहर कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। शपथ लेने के तीन घंटे के भीतर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसानों की कर्जमाफी की फाइल पर दस्तखत कर दिए। इस तरह कांग्रेस ने अपने इस वादे जिसे दस दिन में पूरा करने की बात की थी को मध्य प्रदेश में तीन घंटे में ही पूरा कर दिया। इसका फायदा राज्य के २१ लाख किसानों को मिल सकता है।
मध्य प्रदेश सरकार ने कर्जमाफी के दस्तावेज अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया है उसके मुताबिक किसानों के दो लाख तक के क़र्ज़ माफ़ कर दिये गए हैं। मध्य प्रदेश के किसानों की सबसे बड़ी युनियन ने कांग्रेस सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की इसके लिए प्रशंशा करते हुए उनका आभार जताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ का भी इसके लिए आभार जताया है।
कमलनाथ ने एक और बड़े फैसले में कन्या विवाह योजना की साहयता राशि भी दोगुनी करके ५१,००० रूपये कर दी है। पहले यह २५,००० रूपये थी।
इससे पहले कमलनाथ ने सोमवार को मध्यप्रदेश के १८वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दोपहर २.३० बजे उन्हें शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के अलावा १० अन्य दलों के नेता मौजूद रहे। वहीं, चार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बाबूलाल गौर, दिग्विजय सिंह और कैलाश जोशी भी मंच पर मौजूद थे। कमलनाथ ने सीएम बनने के बाद सबसे पहले किसानों की कर्जमाफी की फाइल पर दस्तखत किए।
सरकार के पहले फैसले के तहत उन किसानों को कर्जमाफी का फायदा मिलेगा, जिन्होंने राज्य में स्थित सहकारी या राष्ट्रीयकृत बैंकों से शॉर्ट टर्म लोन लिया है। ऐसे किसानों का ३१ मार्च, २०१८ की स्थिति के अनुसार दो लाख रुपए तक का कर्ज माफ होगा। इसका फायदा राज्य के २१ लाख किसानों को मिल सकता है। सरकार के खजाने पर इससे १५ हजार करोड़ रुपए का बोझ पडेगा।