एनआईए अधिकारियों ने अदालत को बताया कि वर्सोवा में DCB बैंक में सचिन वाजे और एक सह आरोपी का जॉइन्ट बैंक अकाउंट है, जिसमें 1 मार्च तक 26.5 लाख रुपये थे। बैंक की उसी ब्रांच में उसका एक जॉइंट लॉकर भी है, एनआईए का मानना है कि लॉकर में केस से जुड़ा कुछ रखा था।
मुकेश अंबानी के घर के पास लावारिस कार में विस्फोटक रखने के मामले और कार के मालिक मनसुख हिरेन की हत्या से जुड़े केस में आरोपी सचिन वाजे को शनिवार कोर्ट में पेश किया गया । जहाँ एनआईए की टीम ने उसे कोर्ट में पेश किया और एनआईए की ओर से पेश एडिशनल सॉलिसिटर जनरल अनिल सिहं ने NIA को औऱ 6 दिन वजे की कस्टडी बढ़ाने की मांग की है। अनिल सिंह का कहना है कि सीआरपीसी की धारा 27 के तहत सचिन वाजे के खुलासे पर मीठी नदी से सबूतों की बरामदगी हुई है।
वही सचिन वजे के घर से एक पासपोर्ट भी मिला है, जो सचिन वझे का नही है। एनआईए को पता करना है कि वो किसका है और सचिन वाजे के पास ये पासपोर्ट क्यों था ?
गौरतलब है कि एनआईए ने रविवार को सचिन वाजे को बांद्रा की मीठी नदी ले जाकर गोताखोरों की मदद से डीवीआर, लैपटॉप समेत कई महत्वपूर्ण सबूत इकट्ठा किए थे। मुंबई में मीठी नदी से मिली नंबर प्लेट औरंगाबाद की एको कार की है। औरंगाबाद निवासी विजय मधुकर नाडे ने बताया कि उनकी मारुति 16 नवंबर 2020 को चोरी हो गई थी। उन्होंने लिखित शिकायत भी की थी लेकिन अब तक उनकी कार का कुछ पता नही चला है।