पीएम नरेंद्र मोदी के शुक्रवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के २४ घंटे के भीतर ही शनिवार को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के पहिये तकनीकी दिक्कतों के चलते जाम हो गए। ट्रेन के ब्रेक में यह खराबी यूपी के टुंडला जंक्शन से करीब १४ किलोमीटर दूर हुए।
ट्रायल रन के दौरान वंदे भारत एक्सप्रेस को पहले कमर्शियल संचालन के लिए वाराणसी से नई दिल्ली लाया जा रहा था लेकिन इसी दौरान ट्रेन के आखिरी कुछ डिब्बों के ब्रेक जाम हो गए। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक ब्रेक डाउन के बाद यात्रा कर रहे मीडिया कर्मियों को विक्रमशिला एक्सप्रेस से दिल्ली लाया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक ट्रेन के रुकने से पहले एक्सप्रेस का आखिरी डिब्बा आवाज करने लगा। कुछ गड़बड़ी का अंदेशा होने पर लोको पायलट ने ट्रेन की रफ्तार कुछ देर के लिए कम कर दी। ट्रेन से धुंआ निकलते भी देखा गया और ट्रेन के आखिरी चार डिब्बों से दुर्गंध आने लगी।
इस रिपोर्ट के मुताबिक सभी डिब्बों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई जिसके बाद इंजीनियरों ने १० किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रेन को दोबारा शुरू किया। इस दौरान इंजीनियरों ने टॉर्च और अन्य उपकरणों की मदद से ट्रेन के डिब्बों के नीचे निरीक्षण करते रहे। इस गड़बड़ी के सही कारणों का अभी पता नहीं लग सका है। हालांकि, एक रेलवे प्रवक्ता ने कहा कि ऐसा लगता है कि रेलवे ट्रैक पर कुछ मवेशियों के आने पर ट्रेन की यात्रा बाधित हुई।
वैसे ट्रेन आम जनता के लिए आधिकारिक तौर पर रविवार से शुरू होनी है। हालांकि, इस ब्रेकडाउन की वजह से रविवार को आधिकारिक तौर पर शुरू हो रही इस ट्रेन के संचालन पर संशय है। इंजीनियरों के जाम हुए ब्रेक दुरुस्त करने के बाद ट्रेन को १० किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलाना शुरू किया गया लेकिन इसमें एक बार फिर दिक्कत आने पर वरिष्ठ अधिकारियों से सलाह ली गई और इसके बाद इसे ४० किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलाने का फैसला किया गया।
पीएम मोदी ने शुक्रवार को इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। पुलवामा आतंकी हमले के बाद सरकार ने बहुत ही साधारण कार्यक्रम में इसे लॉन्च किया था। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने कहा – ”इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाया जाना एक संदेश है कि आतंकवाद भारत के विकास में बाधक नहीं बन सकता।”