सालों बाद बालीवुड से एक फिल्म आई है ‘मुल्क’। यह फिल्म अदालती दृश्य से शुरू होती है और एक-एक कर दर्शक को समाज, संबंध और प्रेम की पूरी कहानी समझ में आने लगती है। यह फिल्म देशभक्ति, राष्ट्र प्रेम की बात तो करती है लेकिन यह किसी धार्मिक चौखटे में नहीं आती। इस लिहाज से यह फिल्म देखने लायक है।
यह फिल्म ढेरों पूर्वाग्रहों से मुक्त है। फिल्म आप यदि देखे तो यह आपको शुरू से आखिर तक बांधे रखती है। यह फिल्म अपने उदाहरणों से गंगा-जमुनी तहजीब भारतीय रीति-रिवाज, समाज को इक्कीसवीं सदी में उभरे बाजारवाद के बरक्स एक निहायत पुराने मगर तहजीबदार ‘मुल्क’ को पेश करती है। जिसे आप देख कर ही समझ पाएंगे।
इस फिल्म की नायिका है तापसी पन्नू। यह उनकी पहली हिंदी फिल्म है। वे इस फिल्म की कहानी सुन कर ही खासी रोमांच से भर गई थी। उन्होंने बड़ी लगन से अपनी भूमिका निभाई है। इस फिल्म के नायक हैं जाने-माने अभिनेता ऋषि कपूर। जिनके पास पीढिय़ों से अभिनय का सलीका रहा है। वे खुद इस फिल्म को ‘प्रमोट’ करने में जुटे भी रहे हैं। वे मानते हैं कि यह फिल्म हर हिंदुस्तानी को पसंद आने वाली फिल्म है।
‘मुल्क’ के निर्देशक अभिनव सिन्हा हैं। उनका मानना है कि यह फिल्म उनकी बनाई दूसरी फिल्मों में काफी बेहतर है। खुद छोटे शहरों से बड़े शहर में आए अभिनव मानते हैं कि भारतीय संस्कृति छोटे शहरों में कहीं बेहतर है। वहां अच्छा भाईचारा है और एक दूसरे के प्रति सम्मान और जानने-सीखने की इच्छा है। ‘मुल्क’ को जानने- समझने के लिए इसे ज़रूर देखें।