टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत की तरफ से महिला कुश्ती में दावेदारी पेश करने वाली दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट पर बड़ी कार्रवाई की गई है। विनेश को भारतीय कुश्ती संघ ने अनुशासनहीनता के चलते अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। वहीं, उभरती हुई पहलवान सोनम मलिक को कदाचार के लिए नोटिस जारी कर जवाब तलब मांग गया है।
पीटीआई ने कुश्ती संघ के हवाले से बताया कि विनेश ने टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में नियमों का उल्लंघन किया। उन्होंने मैच के दौरान भारतीय दल के आधिकारिक स्पांसर का नाम लगाने की बजाय किसी और कंपनी का नाम लगाया। इतना ही नहीं, वह खेल की प्रतियोगिताओं के दौरान खेलगांव में नहीं ठहरीं। इसके अलावा उसने दूसरी भारतीय खिलाड़ियों के साथ प्रशिक्षण में भी शिरकत नहीं की। यह खेल के हिसाब से अनुशासनहीनता है और कार्रवाई करना जरूरी जाता है।
इसीलिए कुश्ती संघन ने विनेश फोगाट को फिलहाल अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। यानी इसका मतलब है कि अब विनेश वह किसी भी राष्ट्रीय या घरेलू टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सकेगी। हालांकि उन्हें कुश्ती संघ के सामने इस मामले पर अपना पक्ष रखने के लिए 16 अगस्त तक का समय दिया गया है।
इस मामले में कुश्ती संघ के अधिकारियों का कहना है कि विनेश ने अपनी साथी खिलाड़ियों (सोनम, अंशु मलिक और सीमा बिस्ला) के बगल वाले कमरे में रहने से मना कर दिया है। इसको लेकर भी जापान की राजधानी टोक्यो में काफी हंगामा हुआ था, लेकिन तब मामले को दबा दिया गया था।
टोक्या ओलंपिक में विनेश से काफी उम्मीदें थीं। लेकिन वह खास कारनामा नहीं कर सकीं। ओलंपिक से पहले विनेश ने हंगरी में ट्रेनिंग ली थी और सीधे वहीं से जापान पहुंची थीं। लेकिन विनेश का सफर क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की वनेसा से हार के साथ समाप्त हो गया था।