मशहूर अभिनेता ऋषि कपूर, जिन्हें प्यार से चिंटू कहा जाता था, का आज शाम मुंबई के मरीन लाइंस के चंदनवाड़ी इलाके के इलेक्ट्रिक शवदाह गृह पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस तरह हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का यह ”लवर बॉय” पंचतत्व में विलीन हो गया।
उनके अंतिम संस्कार के वक्त १५ लोगों को शामिल होने की इजाजत मिली थी, हालांकि इससे ज्यादा लोग वहां पहुंचे और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया गया। सभी ने मास्क लगा रखे थे और शमशान घाट परिसर को पूरी तरह सेनेटाइज किया गया था। इनमें उनकी पत्नी नीतू कपूर, पुत्र रणवीर कपूर, भाई रणधीर कपूर, राजीव कपूर, रीमा जैन, फिल्म कलाकार और रणवीर की निकट मित्र आलिया भट्ट, करीना कपूर और सैफ अली खान, अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्य बच्चन, अरमान जैन, राहुल रवैल, अयान मुखर्जी के अलावा उद्योगपति अनिल अंबानी भी उपस्थित थे।
ऋषि का शव अस्पताल से सीधे शमशान घाट लाया गया। उनकी पार्थिव देह करीब ३.३५ बजे अस्पताल से निकली। शमशान घाट पर अंतिम संस्कार की पूरी तैयारी कर ली गयी थी।
ऋषि का शव अस्पताल से सीधे शमशान घाट लाया गया। उनकी पार्थिव देह करीब ३.३५ बजे अस्पताल से निकली। शमशान घाट पर अंतिम संस्कार की पूरी तैयारी कर ली गयी थी। करीब ४ बजे उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
खबर के मुताबिक ऋषि कपूर की बेटी रिद्धिमा कपूर साहनी अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए प्राइवेट जेट से मुंबई जा सकती हैं, लेकिन निर्धारित ३ बजे तक वे मुंबई प्रशासन को कन्फर्म नहीं कर पाई थीं। उन्हें और चार अन्य परिजनों को दिल्ली पुलिस ने मुंबई जाने के लिए पास जारी किया है। खबर थी कि उन्हें सड़क से मुंबई जाना पड़ेगा।
सुबह उनके निधन की खबर सुनते ही अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में लोग जुट गए थे, लेकिन मुंबई पुलिस ने सभी को वापस भेज दिया। चिंटू के अंतिम वक्त में उनके साथ पत्नी नीतू, बेटे रणवीर समेत पूरा परिवार मौजूद था।
जाने माने अभिनेता ऋषि कपूर (६७) का गुरूवार सुबह निधन हो गया। तबीयत खराब होने के बाद उन्हें बुधवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका इलाज़ मुंबई के एचएन रिलायंस अस्पताल में चल रहा था। उनका जन्म ४ सितम्बर, १९५२ को हुआ था। उनकी पहली फिल्म ”बॉबी” थी। वैसे उससे पहले उन्होंने ”मेरा नाम जोकर” में अपने पिता राज कपूर के बचपन का किरदार निभाया था। इससे पहले वे ”श्री ४२०” में छोटे बच्चे के रूप में नजर आ चुके थे।