भारत के बल्लेबाजों ने तीसरे टेस्ट के आखिरी दिन बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए सिडनी में मैच ‘ड्रॉ’ करा दिया। इस तरह चार मैचों की सीरीज अभी भी 1-1 की बराबरी पर है जबकि चौथा और आखिरी टेस्ट 15 जनवरी से ब्रिसबेन में होना है, जहाँ बारिश की बहुत संभावना रहती है। चोटिल विकेटकीपर ऋषभ पंत ने शानदार बल्लेबाजी की, हालांकि शतक से तीन रन से चूक गए।
दोनों पारियों के आधार पर ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 407 रनों का बड़ा और कठिन लक्ष्य दिया। लेकिन चोट के बावजूद मैदान में अपने नंबर से ऊपर खेलने उतरे विकेटकीपर ऋषभ पंत ने शानदार और जीत के लक्ष्य के साथ बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया की नींद हराम कर दी। उन्होंने लगभग एक दिवसीय अंदाज में बल्लेबाजी की और एक मौके पर लग रहा था कि भारत यह मैच जीत रहा है।
हालांकि, उनके आउट होने के बाद भारतीय बल्लेबाजों ने रिस्क नहीं लिया और मैच ‘ड्रा’ के इरादे से खेलते हुए विकेट बचाने की कोशिश की जिसमें वे सफल रहे। चोटिल हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन नाबाद पवेलियन लौटे। दोनों ने क्रीज पर रहकर करीब 44 ओवर बल्लेबाजी की।
भारत ने दूसरे सत्र में चेतेश्वर पुजारा (77) और ऋषभ पंत (97) के विकेट गंवाए। विशाल लक्ष्य के जवाब में पांचवें दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने 5 विकेट गंवाकर 334 रन बनाए और मैच बचा लिया। हनुमा विहारी (23) और रविचंद्रन अश्विन (39) नाबाद पवेलियन लौटे। ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरी पारी में नाथन लॉयन और पैट कमिंस ने 2-2 विकेट चटकाए और पैट कमिंस के खाते में एक विकेट आया।