दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार देर रात से भले ही जोरदार बारिश हो रही हो, बावजूद इसके उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में गर्मी से लोग बेहाल हैं। उमस भरी गर्मी से हर कोई बेहाल है, तो इससे भारतीय सेना के युवा जांबाज भी अछूते नहीं हैं। पाकिस्तान सीमा से सटे पंजाब के पठानकोट में प्रशिक्षण के दौरान भारतीय सेना के जवान उमस भरी गर्मी की चपेट में आ गए। इस दौरान करीब 34 जांबाज बीमार हो गए है, जिनमें से एक ने दम तोड़ दिया।
धूप और उमस भरी गर्मी के बीच चलाए जा रहे प्रशिक्षण अभियान पर भी सवाल उठने लगे हैं। इस दौरान उनके लिए जरूरी एहतियाती उपाय अपनाने चाहिए। बाकी बीमार जांबाजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार सुबह बेहद गर्मी और उमस वाले मौसम के बीच मामून मिलिट्री स्टेशन में नौ कोर रेकी ट्रूप को सहनशक्ति का प्रशिक्षण दिया जा रहा था। प्रशिक्षण के दौरान ही 34 जवानों की तबीयत बिगड़ गई। इनमें से कुछ जवान तो बेहोश भी हो गए। बाद में सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान एक जवान की मौत हो गई। तीन अन्य जवानों की हालत अब भी गंभीर है।
रिपोर्ट के अनुसार, उमस वाली गर्मी में दिए जा रहे प्रशिक्षण से जवानों की तबीयत बिगड़ी। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सहनशक्ति प्रशिक्षण 72 घंटों से चल रहा था। शनिवार को मौसम बहुत गर्म था, ऐसे में जवानों ने भारी वजन और हथियार के साथ 10 किलोमीटर की दौड़ लगाई थी। पानी की कमी और गर्मी से जवानों की तबीयत बिगड़ी।
हालांकि सेना के अधिकारी ने दावा किया कि सहनशक्ति प्रशिक्षण ट्रेनिंग का अहम हिस्सा होता है। हालांकि, अधिक गर्मी और उमस के कारण जवान इसे सहन नहीं कर पाए। मौत की वजह अधिक गर्मी ही बताया गया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल तीन जवानों की हालत में सुधार नहीं हो रहा है। ऐसे में चिकित्सक उनके स्वास्थ्य पर नजर रखे हैं।