देश का नया उपराष्ट्रपति चुनने के लिए मतदान शुरु हो गया है। इस चुनाव में सत्तारूढ़ एनडीए की तरफ से पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ जबकि विपक्षी खेमे से पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व राज्यपाल मार्गरेट अल्वा उम्मीदवार हैं।
राष्ट्रपति चुनाव की तरह उप राष्ट्रपति चुनाव में भी सत्तारूढ़ एनडीए की स्थिति मजबूत दिखती हैं, हालांकि, उपराष्ट्रपति चुनाव में कुछ राजनीतिक दल कांग्रेस (विपक्ष) की उम्मीदवार अल्वा के साथ हैं। हालांकि, ममता बनर्जी की टीएमसी ने इस चुनाव में मतदान नहीं करने का फैसला किया है जिसका लाभ भाजपा प्रत्याशी को मिलेगा।
उप राष्ट्रपति चुनाव में टीआरएस, आम आदमी पार्टी, एआईएमआईएम और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) अल्वा के समर्थन में हैं। बिहार में भाजपा की सहयोगी जेडीयू, आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस, मायावती के बसपा, अन्नाद्रमुक और शिवसेना (शिंदे गुट) धनखड़ का समर्थन कर रहे हैं।
उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्य सभा के सदस्यों के अलावा मनोनीत सांसद भी मतदान करते हैं। भाजपा के पास दोनों सदनों में 394 सदस्यों के अलावा सहयोगी जदयू, एआईएडीएमके, लोजपा और अन्य सहयोगी दलों के 47 सदस्य भी हैं। इस तरह एनडीए के सांसदों की संख्या 446 पहुंच जाती है। भाजपा खेमे का दावा है कि उसके पास 522 सदस्य हैं जबकि 5 मनोनीत सदस्य भी हैं।