उत्तर प्रदेश के उन्नाव गैंगरेप कांड के एक अहम गवाह की संदिग्ध मौत हो गयी है और रिपोर्ट्स के मुताबिक़ उसे बिना पोस्टमार्टम कराए उसे दफन भी कर दिया गया है।
याद रहे कि पीड़ित युवती के पिता की भी विधायक के गुर्गों की पिटाई से मौत हुई थी।
दुष्कर्म के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से जुड़े प्रकरण में पीड़िता के पिता की हत्या में सीबीआई के मुख्य गवाह की न सिर्फ रहस्यमयी ढंग से मौत हो गई बल्कि पुलिस और सीबीआई को सूचना दिए बिना ही परिजनों ने आनन-फानन में उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया।
पीड़िता के चाचा ने इसकी साजिशन हत्या किए जाने की बात कहते हुए पोस्टमार्टम करा जांच कराने की मांग की है।
दुष्कर्म पीड़िता के पिता की हत्या के मामले में माखी गांव निवासी यूनुस नाम के परचून की दुकान चलाने वाले दुकानदार को सीबीआई ने प्रत्यक्षदर्शी के रूप में मुख्य गवाह बनाया था।
पीड़िता के चाचा ने बताया कि बीते शनिवार को उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने बिना किसी को कोई जानकारी दिए उसके शव को दफना दिया।
पीड़िता के चाचा के अनुसार चश्मदीद गवाह की मौत किसी साजिश का हिस्सा हो सकती है. उन्होंने इस प्रकरण की जांच करवाने की मांग उठाई है. उन्होंने इसकी जानकारी सीबीआई को देने की बात भी कही है।
सफीपुर के सीओ विवेक रन्जन राय के मुताबिक़ यूनुस कई वर्षों से लीवर की बीमारी से पीड़ित था जिसके इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।