मशहूर उद्योगपति पद्म भूषण राहुल बजाज (83) का शनिवार निधन हो गया। बजाज 50 साल बजाज ग्रुप के चेयरमैन रहे थे। पिछले साल ही बजाज ने बजाज ऑटो के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया था। उनके निधन पर कई जानी मानी हस्तियों ने शोक जताया है।
उनका निधन पुणे में हुआ। बजाज ग्रुप के एक बयान में कहा गया – ‘बेहद दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि राहुल बजाज अब हमारे बीच नहीं रहे।’ उनकी पत्नी रूपा बजाज का पहले ही निधन हो गया था। राहुल का दोपहर जब निशान हुआ, नजदीकी परिजन वहां उपस्थित थे।
यह राहुल बजाज ही थे जिन्होंने कुछ महीने पहले केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज़ उठाई थी। उन्होंने यहाँ तक कहा था कि ‘कारोबारी अपनी बात कहने से डरते हैं।’
भारतीय बाज़ार में बजाज ऑटो बड़ा नाम है। ऑटोमोबाइल क्षेत्र में बजाज ने कई प्रोडक्ट दिए हैं। बजाज की टैगलाइन – यू जस्ट कांट बीट ए बजाज – काफी चर्चित रही है। राहुल बजाज ने 1965 में बजाज ग्रुप की जिम्मेदारी संभाली। राहुल बजाज की अगुवाई में बजाज ऑटो का टर्नओवर 7.2 करोड़ रुपये से बढ़कर 12 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गया। बजाज देश की दोपहिया वाहन बनाने वाली शीर्ष कंपनियों में है।