कांग्रेस के अपना दूसरा उम्मीदवार वापस लेने के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विधान परिषद् के चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन दाखिल कर दिया है।
एमएलसी के लिए २१ मई को चुनाव होने हैं, जिसमें उद्धव का निर्विरोध चुना जाना तय दिख रहा है, हालांकि, गठबंधन सावधानी के नाते चुनाव के दिन तक अपने विधायकों पर पूरी नजर रखे रहेगा। महाविकास अघाडी के चुनाव में अब कुल पांच उम्मीदवार होंगे जबकि भाजपा के चार।
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस को भरोसा दिलाया गया है निकट भविष्य में होने वाले एमएलसी के किसी भी चुनाव में उसे एक सीट दी जाएगी जिसके बाद कांग्रेस ने अपना दूसरा उम्मीदवार। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस नेताओं से बाद यह फैसला हुआ।
पहले कांग्रेस ने एक की जगह दो उम्मीदवारों को मैदान में उतारकर उद्धव के एमएलसी बनने की राह में रोड़ा अटक दिया था। शिव सेना नेता संजय राउत ने कांग्रेस के इस फैसले का स्वागत किया है।
महाराष्ट्र में कुल नौ विधानपरिषद सीटों के लिए २१ मई को चुनाव होना है। उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बने रहने के लिए यह चुनाव जीतना ही होगा। उद्धव ने आज अपना पर्चा भरा। नामांकन दाखिल करते समय उनके साथ बेटे आदित्य ठाकरे और पार्टी के अन्य नेता मौजूद थे।
भाजपा की ओर से शुक्रवार को चार प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था जिसमें रणजीत सिंह मोहिते पाटिल, प्रवीण दटके, गोपीचंद पडालकर, अजित गोपछडे शामिल हैं। गठबंधन में शिवसेना के उम्मीदवार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और पूर्व विधान परिषद सदस्य नीलम गोरे हैं जबकि एनसीपी ने शशिकांत शिंदे और अमोल मिटकरी को उम्मीदवार घोषित किया है।