उत्तर प्रदेश सरकार के गठन के बाद दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव की घोषणा हो सकती है।उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की शपथ 25 मार्च को योगी आदित्यनाथ लेंगे। प्रदेश में भाजपा को मिली जीत का सही मायने लाभ लेने के लिये सियासी गुणा-भाग पर काम किया जा रहा है। तभी तो एमसीडी के चुनाव की तारीख को लेकर कांग्रेस और आप पार्टी ने भाजपा पर आरोप लगाया है। कि भाजपा एमसीडी का चुनाव हार रही है। सो उसने एमसीडी चुनाव की तारीख को आगे बढ़ाया है।
एमसीडी चुनाव को निर्धारित समय पर कराये जाने को लेकर आप पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है।
बताते चलें एमसीडी में भाजपा 15 साल से काबिज है। सो ऐन-केन प्रकारेण वह एमसीडी में जीत हासिल करने के लिये अपनी राजनीति के तहत काम कर रही है। लेकिन भाजपा का कहना है कि चुनाव करवाना और चुनाव की तारीख कब घोषित करना है ये सब चुनाव आयोग के हाथ में है। ऐसे में आप पार्टी और कांग्रेस अगर भाजपा पर आरोप लगाती है। तो वह सियासी चाल है। जनता को गुमराह करने का तरीका है। जबकि सच्चाई ये है। आप पार्टी को जनता एमसीडी के चुनाव में हरा देगी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगदीश सिंह ने बताया कि देश में जब से आप पार्टी और भाजपा का आपसी सियासी तालमेल हुआ है। तब से देश की राजनीति में अस्थिरता सी आ गयी है। ऐसे में कब चुनाव की तारीख षोघित होगी कब नहीं होगी कुछ कहा नहीं जा सकता है। उनका कहना है कि एक देश में फ्री की राजनीति कर विकास कार्यो का पलीता लगा रहा है। वहीं दूसरी पार्टी देश में बड़े-बड़े सपने दिखाकर लोगों को गुमराह करने में लगी है।
ऐसे में सही मायने में कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है जो देश में सभी धर्मो के लोगों को साथ लेकर और सभी वर्ग को लेकर सियासत करती है। लेकिन मौजूदा समय में कांग्रेस छोड़ अन्य दल अपने लाभ के लिये तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे है। यही हाल दिल्ली की सियासत को लेकर हो रहा है जिसका नतीजा ये है कि चुनाव को हार-जीत के पैमाने पर नाप पर चुनाव को आगे व पीछा किया रहा है। जो लोकतंत्र के लिये ठीक नहीं है। कांग्रेस ने भी एमसीडी के चुनाव समय पर करवाने की मांग की है।