उत्तर प्रदेश में अपराध का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। हाल की घटनाओं, जिन्होंने देश का भी ध्यान अपनी तरफ खींचा है, के बीच अब अपराधी इतने बेख़ौफ़ हो गए हैं कि बलिया जिले में एसडीएम और सीओ के सामने ही गुंडे ने एक व्यक्ति को गोलियों से भून दिया। इस गोलीबारी में 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। यह गुंडा स्थानीय भाजपा विधायक का गुर्गा बताया गया है और खुद भी भाजपा का कार्यकर्ता है। घटना के बाद अब सीओ और एसडीएम के अलावा कुछ अन्य को निलंबित कर दिया गया है।
घटना तब हुई जब वहां दुकानों के आवंटन का काम चल रहा था। बलिया के बैरिया थाना क्षेत्र में दुर्जनपुर में कोटे के दुकान के आवंटन की बैठक के दौरान अधिकारी के पहचान पत्र मांगने के बाद विवाद हो गया जिसमें मारपीट शुरू हो गयी और इस दौरान गोली चल गई। गोली एक व्यक्ति जयप्रकाश पाल को लगी जिसने अस्पताल ले जाते हुए दम तोड़ दिया। हैरानी की बात यह है कि जब इस व्यक्ति की हत्या हुई उस समय एसडीएम और सीईओ वहां उपस्थित थे। आरोपी धीरेंद्र सिंह फरार बताया गया है।
जिस व्यक्ति ने गोली चलाकर हत्या की वह स्थानीय भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी है और खुद भाजपा का कार्यकर्ता है। हत्याकांड को लेकर मृतक के भाई ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। भाई का आरोप है कि जब धीरेंद्र प्रताप और उसके लोग पत्थरबाजी और फायरिंग कर रहे थे तो पुलिस उनको बचाने का प्रयास कर रही थी और मृतक पक्ष के लोगों को पीटकर भगा रही थी।
मृतक के भाई ने यह भी आरोप लगाया है कि वारदात के बाद पुलिस ने हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपी को पकड़ लिया था लेकिन बाद में उसे भीड़ से बाहर ले जाकर छोड़ दिया।
घटना तब हुई जब कोटे की दुकान के लिए एसडीएम और सीओ की मौजूदगी में गांव में खुली बैठक चल रही थी। मामले का मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह है जो अभी तक फरार है। धीरेंद्र प्रताप सिंह बलिया के बेरिया से भाजपा के विवादित रहे विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी है। गोली लगने के बाद दुर्जनपुर पुरानी बस्ती के के जयप्रकाश (46) उर्फ गामा पाल की अस्पताल ले जाते वक्त मौत हो गई। घटना में ईंट पत्थर और लाठी डंडे चलने से तीन महिलाओं सहित आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा भेजा गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
युवक को गोली लगते ही मौके पर भगदड़ मच गई। इसके बाद लोग इधर-उधर भागने लगे। भगदड़ का फायदा उठाकर आरोपी धीरेंद्र सिंह भी मौके से फरार हो गया। पुलिस ने उसके खिलाफ बलिया के रेवती थाने में हत्या का केस दर्ज किया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए घटनास्थल पर मौजूद एसडीएम, सीओ सहित सभी पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसडीएम सुरेश कुमार पाल, सीओ चंद्रकेश सिंह के साथ ही घटना के दौरान मौजूद रहे सभी आठ पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। पूरे मामले की जांच डीएम श्रीहरि प्रताप शाही करेंगे। मुख्यमंत्री ने आरोपितों के विरुद्ध भी कठोर कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं।