उच्चतम न्यायालय को सोमवार नए पांच न्यायाधीश मिले है। शीर्ष अदालत में कुल न्यायाधीशों की संख्या 32 हो गई हैं। उच्चतम न्यायालय के लिए स्वीकृत न्यायाधीशों की संख्या 34 है।
इन पांच न्यायाधीशों के नाम जस्टिस पंकज मित्तल, जस्टिस पीवी संजय कुमार, जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह, जस्टिस संजय करोल और जस्टिस मनोज मिश्रा है।
सोमवार को राजस्थान, पटना और मणिपुर के उच्च न्यायालयों के तीन मुख्य न्यायाधीशों जिनमें न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा ने शपथ ली है।
अदालत के नए भवन में सभागार में कार्यक्रम को आयोजित किया गया और भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) द्वारा उन्हें शपथ दिलाई गई।
इन पांच न्यायाधीशों में सबसे वरिष्ठ न्यायमूर्ति मित्तल है। उनका मूल कैडर इलाहाबाद उच्च न्यायालय है और वे पिछले साल 14 अक्टूबर से राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत थे।
शपथ लेने वाले दूसरे वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति करोल है। इनका मूल कैडर उच्च न्यायालय हिमाचल प्रदेश है। पदोन्नति के समय वे पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे।
तीसरे न्यायमूर्ति पीवी संजय कुमार मूल रूप से तेलंगाना उच्च न्यायालय से जुड़े हैं। वह पांच न्यायाधीशों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं। और पिछले साल 13 दिसंबर को कॉलेजियम द्वारा सिफारिश के समय और बाद में केंद्र द्वारा मंजूरी के समय मणिपुर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे।
वहीं पटना उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह चौथे न्यायाधीश हैं उन्हें शीर्ष अदालत में नियुक्त किया गया है। और सूची में पांचवें स्थान पर न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा रहे।
आपको बता दें, उच्चतम न्यायालय के छह सदस्यीय कॉलेजियम ने पिछले साल 13 दिसंबर को शीर्ष अदालत में न्यायाधीश पद के लिए इन सभी पांच नामों की सिफारिश की थी।