तीन राज्यों में कांग्रेस की जीत के बाद भी ईवीएम पर व्यापक बहस का समर्थन करने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार शाम ऐलान किया है कि विपक्षी दल सोमवार को चुनाव आयोग से मिलकर दस्तावेज पेश करेंगे।
विपक्षी दलों की बैठक में इस बात का फैसला किया गया जिसकी जानकारी राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस में दी। इस प्रेस कांफ्रेंस में एनसीपी के शरद पवार, टीडीपी के चंद्रबाबू नायुडु और अन्य नेता भी मौजूद थे।
प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष ने ईवीएम को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा – ”हमारी (विपक्ष) की कुछ देर पहले बैठक हुई है। ईवीएम के मुद्दे पर हम सोमवार को चुनाव आयोग से मिलेंगे। हम मानते हैं कि लोगों के दिमाग में ईवीएम को लेकर सवाल और शक हैं। हमें उनका भ्रम दूर करना चाहिए।” राहुल गांधी ने कहा कि हम लोगों ने ईवीएम को लेकर दस्तावेज तैयार किया है।
प्रेस कांफ्रेंस में राहुल से ”अंतरिम बजट” को लेकर भी सवाल पूछा गया जिसपर राहुल ने कहा – १७ रुपये देना किसानों की बेइज्जती है। लोकसभा चुनाव किसान, रोजगार और संस्थाओं पर हो रहे हमले के मुद्दे पर होगा। साथ ही राफेल के मुद्दे पर भी चुनाव लड़ा जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार किया है।”
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हमारे पास बहुत मुद्दे हैं। हिंदुस्तान की जनता को अब यह बात समझ में आ गई है कि प्रधानमंत्री ने 30 हजार करोड़ रुपये सीधे अनिल अंबानी को दिया हैं। फ्रांस का पूर्व राष्ट्रपति भी इस मुद्दे पर बोल चुका है।
जब उनसे पूछा गया कि भाजपा ने आज के ”बजट” को विपक्ष पर ”सर्जिकल स्ट्राइक” बताया है तो राहुल का जवाब था – सर्जिकल स्ट्राइक तो दो महीने बाद मोदी पर होने वाली है। हमारे पास बहुत मुद्दे हैं।”
इससे पहले बजट के बाद अपने ट्वीट में कांग्रेस अध्यक्ष ने आज पेश बजट को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। गांधी ने इस अंतरिम बजट को ”आखिरी जुमला बजट” करार दिया। उन्होंने ट्वीट में कहा – डियर नोमो, आपकी अक्षमता और अहंकार के पांच साल ने हमारे किसानों की जिंदगी बर्बाद कर दी है। उन्हें प्रतिदिन १७ रुपये देकर जो वो करते हैं आपने उनकी बेइज्जती की है।”