कोई भी त्यौहार हो बाजारों में 15 दिन पहले त्यौहार से संबंधित सामानों की धूम दिखने लगती है। इसी तरह होली पर्व से संबंधित सामान पिचकारी, रंग-गुलाल और रंग-बिरंगी टोपियों की दुकानें बाजारों में सजने लगी है। होलिका दहन 17 मार्च को है।
तहलका संवाददाता को दिल्ली के व्यापारियों ने बताया कि कोरोना का कहर हर रोज कम हो रहा है। और इसी कोरोना के कारण देश-दुनिया के बाजारों पर काफी असर देखने को मिला है। लेकिन इस बार व्यापारियों ने तय किया है कि होलाी के पर्व पर होली का सामान भी बेचेंगें। और होली पर कोरोना नामक महामारी का दहन भी करेगें।
दिल्ली के लक्ष्मी नगर बाजार के व्यापारी सुरेश ने बताया कि इस बार होली के सामान की बिक्री हो रही है। क्योंकि बाजारों से कोरोना संबंधी जो पाबंदियां लगी थी। वो पाबंदियां सरकार द्वारा हटा दी गयी है। जिससे बाजारों में रौनक आ गयी है।चांदनी चौक के व्यापारी अमन सेठ का कहना है कि चांदनी चौक का जो बाजार है वह होली का सामान देश के छोटे-छोटे कस्बों और गांवों में बेचने के मामलें में हब माना जाता है।
इस लिहाज से देश के गांव-गांव से छोटे-बड़े व्यापारी यहां से सामान लेने आ रहे है। उनका कहना है कि इस बार की होली में एक व्यापारी -दूसरे व्यापारी के माध्यम से लोगों से अपील कर कह रहा है कि इस बार होली पर कोरोना दहन करें। क्योंकि कोरोना ने ही लोगों की जानें ली है। लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलबाड़ किया है। और बाजार को तहस-नहस किया है। अब कोरोना का कहर कम हो रहा है। सो, होली का पर्व भी सावधानी के साथ भी बनायेगें और होली पर कोरोना का सदैव के लिये होली पर दहन कर जश्न मनाएंगे।
बतातें चलें दो साल से कोरोना के कहर के कारण त्यौहारों पर फींका पन देखा गया है। इस बार लोगों ने ठाना है कि कोरोना को भगाना है तो हाली की गुलाल की तरह उड़ाना है।