भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) ने सोमवार को इलेक्ट्रॉनिक इंटेलीजेंस उपग्रह (ईएमआईएसएटी) के साथ २८ और उपग्रहों को एक साथ लांच कर इतिहास रच दिया। इसरो ने सोमवार सुबह करीब ९.३० बजे पीएसएलवी सी४५ (पीएसएलवी सी ४५) रॉकेट के जरिए इन उपग्रहों को लांच किया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मिशन को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से सफलतापूर्वक पूरा किया गया। ईएमआईएसएटी के साथ जिन २८ उपग्रहों को लांच किया गया उनमें २४ अमेरिकी उपग्रह हैं। ये सभी विदेशी उपग्रह हैं। इनमें लिथुआनिया, स्पेन और स्विट्जरलैंड के एक-एक सैटेलाइट भी शामिल हैं।
इसरो का यह पहला मिशन है, जिसमें उपग्रहों को अंतरिक्ष की तीन अलग-अलग कक्षाओं में स्थापित करने के लिए लांच किया गया है। इस मिशन की सबसे बड़ी खासियत ७४९ किलो का ईएमआईएसएटी उपग्रह है।
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि यह डीआरडीओ को डिफेंस रिसर्च में मदद करेगा। सबसे पहले ईएमआईएसएटी को उसकी कक्षा में स्थापित किया जाएगा। इसके बाद ५०४ किलोमीटर की कक्षा पर अन्य २८ उपग्रह स्थापित होंगे। इस पूरे मिशन में तीन घंटे का वक्त लगेगा। इसरो की इस सफलता के लिए तमाम नेताओं ने उसे बधाई दी है।