पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के भारत से पुलवामा आतंकी हमले के पुख्ता सबूत मांगने और जिम्मेवार पाकिस्तानियों के खिलाफ कार्रवाई के भरोसे के एक दिन बाद ही पाकिस्तान ने इस हमले का जिम्मा लेने वाले हाफ़िज़ सईद के संगठन के जमात-उद-दावा पर गुरूवार को पाबंदी लगा दी। बढ़ते अंतर्राष्ट्रीय दवाब के चलते पाक ने यह कदम उठाया है।
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने गुरुवार को २००८ हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के जमात-उद-दावा पर प्रतिबंध लगा दिया। यही नहीं उससे जुड़े फाउंडेश फलाह-ए-इंसानियत पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। एक सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में यह फैसला किया गया जिसे पीएम इमरान खान ने तलब किया था।
रिपोर्ट्स मुताबिक इस बैठक में तय किया गया कि प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ कार्रवाई तेज की जाएगी। इसी दौरान यह तय गया कि जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन को प्रतिबंधित संगठनों की सूची में शामिल किया जाएगा। इससे पहले भी दोनों ही सगठनों पर पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय की लगातार नजर थी। बैठक की अध्यक्षता पीएम इमरान खान ने की। इस दौरान आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई की समीक्षा की गई। बैठक में पाकिस्तान सुरक्षा के सभी प्रमुख भी मौजूद थे।
पीएम इमरान खान ने पुलवामा आतंकी हमले पर यह भी कहा था अगर भारत किसी भी तरह की जांच कराना चाहता है तो उसके लिए वो तैयार हैं। उन्होंने कहा था कि यदि उन्हें किसी मिलिट्री इंटेलिजेंस की खबर है तो वह बताएं उसके खिलाफ उनकी सरकार कार्रवाई करेगी।