पुलवामा हमले के बाद पटरी से उतरे भारत-पाकिस्तान रिश्तों का मोदी-२ में क्या रुख रहेगा, अभी कहना मुश्किल है लेकिन पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर बातचीत का संकल्प दोहराया है। चिट्ठी में इमरान ने उम्मीद जताई है कि दोनों देशों के संबंधों में सुधार होगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री इमरान खान ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में मिलकर दक्षिण एशिया और पड़ोसी देशों में शांति के लिए काम करने की इच्छा जताई है। इस चिट्ठी में कश्मीर विवाद का भी जिक्र है और इमरान ने उम्मीद जताई कि बातचीत से यह सभी मसले हल किये जा सकते हैं।
इमरान की चिट्ठी ऐसे मौके पर आई है जब भारत ने गुरुवार को कहा कि १३-१४ जून को किर्गिस्तान के बिश्केक में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान के बीच कोई द्विपक्षीय बैठक की योजना नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कल कहा – ”जहां तक मेरी जानकारी है, बिश्केक के एससीओ सम्मेलन में पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के साथ द्विपक्षीय बैठक की कोई योजना नहीं बनाई गई है।”
उधर पाकिस्तान के विदेश मंत्री एसएम कुरैशी ने भारत के नए विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र भेजकर उनके पद सँभालने पर बधाई दी है। पत्र में उन्होंने इस्लामाबाद और दिल्ली के बीच बातचीत के जरिए रिश्ते सुधारने की उम्मीद जताई है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री की ओर से यह पत्र पाकिस्तान के विदेश सचिव सोहेल महमूद के भारत के निजी दौरे के बाद आया है। पाकिस्तान ने दावा किया है कि यह प्रधानमंत्री इमरान द्वारा अपने भारतीय समकक्ष को लगातार तीसरा पत्र है जिसमें उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की पेशकश की है।
इमरान ने बातचीत की इच्छा जताई
पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी, कहा बातचीत से हल किये जा सकते हैं मसले