पाकिस्तान में इमरान खान के सबसे विश्वस्त सहयोगी कहे जाने वाले फवाद चौधरी के पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) छोड़ने से खान को जबरदस्त झटका लगा है। कुछ और नेताओं ने भी सेना के लगातार बढ़ रहे दबाव के चलते पार्टी छोड़ दी है। उधर इमरान खान ने आरोप लगाया है कि उनके वरिष्ठ नेताओं पर पार्टी से इस्तीफा देने के लिए दबाव डाला जा रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान में पीटीआई के हजारों समर्थकों को हिरासत में लिया है। उनपर आरोप है कि मई के शुरू में भड़की हिंसा में इन लोगों का हाथ था। इमरान के समर्थकों के 9 मई को सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं के बाद से पीटीआई पाकिस्तान सरकार के दबाव का सामना कर रही है। इस बीच खबरें हैं कि जमान पार्क स्थित खान के आवास का इंटरनेट कनेक्शन काट दिया गया है।
फवाद चौधरी से एक दिन पहले ही पूर्व मंत्री और इमरान की करीबी सहयोगी शिरीन मजारी ने पीटीआई से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने पाकिस्तान में 9 मई को संवेदनशील रक्षा प्रतिष्ठानों पर हमला करने वाले खान समर्थकों की कार्रवाई की निंदा की है।
उधर फवाद चौधरी ने इस्तीफा देने के बाद कहा – ‘मैने अपने पूर्व के बयान में 9 मई की घटनाओं की स्पष्ट रूप से निंदा की थी। मैंने कुछ समय के लिए राजनीति से दूर होने का फैसला किया है, इसलिए मैंने पार्टी के पद से इस्तीफा दे दिया है और इमरान खान से अलग हो रहा हूं।’
इस बीच सोशल मीडिया के जरिये राष्ट्र के नाम संबोधन में इमरान खान ने कहा कि उनकी पीटीआई पार्टी पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई चल रही है और शासन ने पूरे नेतृत्व को जेल में डाल दिया है। यहां तक कि उन लोगों को भी जो पार्टी का हिस्सा नहीं हैं। खान ने शीर्ष न्यायपालिका का जिक्र करते हुए कहा – ‘आप हमारी आखिरी उम्मीद हैं।