सुबह जवाब दायर करने के लिए कुछ और समय मांगने के बाद सीबीआई के आकार की तरफ से छुट्टी पर भेजे गए निदेशक आलोक वर्मा ने दोपहर बाद सर्वोच्च न्यायालय में अपना जवाब दायर कर दिया। पिछले हफ्ते सीबीआई मामले में सुनवाई के दौरान न्यायालय ने सीवीसी की रिपोर्ट के मद्देनजर उन्हें सील बंद लिफ़ाफ़े में अपना जवाब देने को कहा था।
इस मामले पर अब सुनवाई मंगलवार को होगी। सुबह मुख्या न्यायाधीश रंजन गोगोई की पीठ को आलोक वर्मा के वकील गोपाल शंकरनारायण ने बताया कि सीबीआई डायरेक्टर सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार ऑफिस में अपना जवाब दाखिल नहीं कर पाएंगे। इस पर बेंच ने कहा – हम तारीख आगे नहीं बढ़ाएंगे। जितना जल्दी हो सके आप जवाब पेश करें, हमें इसे पढ़ना है। इसके बाद कोर्ट ने उन्हें तीन बजे तक का वक्त दिया।
वर्मा ने करीब ढाई बजे केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) की रिपोर्ट पर अपना जवाब सीलबंद लिफाफे में सुप्रीम कोर्ट में पेश कर दिया। पीठ के निर्देश के बाद शंकरनारायण ने कहा कि आलोक वर्मा खुद सोमवार को अपना जवाब दाखिल करेंगे। पिछली सुनवाई में अदालत ने कहा था कि भ्रष्टाचार के आरोपों पर सीवीसी रिपोर्ट में कुछ टिप्पणियां ऐसी हैं जिन्हें देखते हुए वर्मा से जवाब ज़रूरी है।
गौरतलब है कि सीबीआई के दो शीर्ष अफसरों के रिश्वतखोरी विवाद में फंसने के बाद केंद्र सरकार ने २३ अक्टूबर की आधी रात को संयुक्त निदेशक नागेश्वर राव को सीबीआई का अंतरिम प्रमुख नियुक्त करते हुए जांच तक सीबीआई प्रमुख आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया था। छुट्टी पर भेजे जाने के खिलाफ आलोक वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।