कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अर्थव्यवस्था की गिरती हालत पर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। जीडीपी दर गिरने पर प्रियंका ने कहा कि इससे साफ है कि अच्छे दिन का ढोल पीटने वाली भाजपा सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है।
प्रियंका ने शनिवार को कहा कि न जीडीपी ग्रोथ है न रुपया मजबूत। कांग्रेस नेता ने कहा – ”रोजगार भी नहीं हैं। जो हैं वे जा रहे हैं। अब तो साफ करो कि अर्थव्यवस्था को नष्ट कर देने की ये किसकी करतूत है?” शुक्रवार को जीडीपी गिरने वाली रिपोर्ट सामने आने के बाद सरकार की आर्थिक नीतियों पर राजनीतिक मोर्चे से ही नहीं, आर्थिक विशेषज्ञों की तरफ से भी टिप्पणियां हो रही हैं।
अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र की मोदी सरकार अपने लोगों के भी निशाने पर है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और आर्थिक मामलों के जानकार सुब्रमण्यम स्वामी तक सरकार की नीतियों को कटघरे में खड़ा कर चुके हैं। आर्थिक मोर्चे पर खराब हालत के बाद मोदी सरकार पहले ही कुछ आर्थिक उपायों का ऐलान कर चुकी है जबकि पिछले कल ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने १० सरकारी बैंकों का विलय कर उन्हें चार बैंक बनाने का ऐलान किया था।
मोदी सरकार आरबीआई के रिज़र्व से भी करीब ७०,००० करोड़ रूपये ले चुकी है जिसे कई आर्थिक जानकारों ने गलत बताया है। विकास दर पिछले सात साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गयी है। कल ही सामने आये आंकड़ों के मुताबिक मौजूदा वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी ५ फीसदी पर पहुंच चुकी है जबकि पिछली बार यह ५.८ फीसदी थी। गिरती विकास दर को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी बहुत पहले से सरकार को आगाह करने वाले ब्यान दे चुके हैं।