केंद्र सरकार ने रिजर्व बैंक आफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास का कार्यकाल तीन साल के लिए बढ़ा दिया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने गुरूवार देर रात उनका कार्यकाल बढ़ाने को मंजूरी प्रदान कर दी थी।
केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने गुरूवार को इसकी मंजूरी दी और आज सरकार ने एक बयान में कहा कि आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का कार्यकाल तीन साल के लिए दिसंबर 2024 तक बढ़ाया गया है। उनका पुनर्नियुक्ति 10 दिसंबर से अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, प्रभावी रहेगा।
बता दें शक्तिकांत दास को 11 दिसंबर, 2018 को तीन साल की अवधि के लिए आरबीआई का गवर्नर नियुक्त किया गया था। उससे पहल दास वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव थे। यूपीए-एक की सरकार के समय 2008 में जब पी चिदंबरम वित्त मंत्री थे, उस समय शक्तिकांत दास को पहली बार संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया था। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में अपने कार्यकाल में दास लगातार 8 केंद्रीय बजट तैयार करने के काम से सीधे रूप से जुड़े रहे हैं।
वैसे आरबीआई एक्ट सरकार को इसका गवर्नर का कार्यकाल तय करने की छूट देता है, हालांकि, आम तौर पर यह पांच साल से ज्यादा नहीं होता रहा है। सरकार चाहे इस पद पर किसी को भी लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए नियुक्त कर सकती है। उदाहरण के लिए एस वेंकटरमण का कार्यकाल रघुराम राजन से भी छोटा था और वह सिर्फ 2 साल आरबीआई के गवर्नर रहे।