राहुल गांधी की अगुवाई वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ सुर्खियों में बनी हुई हैं। अभी भारत जोड़ो यात्रा दिल्ली के पड़ाव पर है इसी बीच शनिवार को राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता को 9वीं बार संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य देश को एक नया दृष्टिकोण देने का है। राहुल ने दावा किया कि अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के लिए जीत बेहद मुश्किल होगी और जमीन पर भाजपा के खिलाफ बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी माहौल है।
राहुल गांधी ने कहा कि, भारत जोड़ो यात्रा दिल्ली तक पहुंच गई है और हम सबको इसमें बहुत कुछ सीखने को मिला है। यात्रा का लक्ष्य हिंदुस्तान में फैलाई जा रही डर, नफरत, बेरोजगारी और हिंसा के खिलाफ हैं। हम नफरत और गुस्से को स्नेह, प्रेम और सद्भाव से लड़ते हैं और हम इस देश को एक वैकल्पिक दृष्टिकोण प्रदान कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि, जब मैंने यह यात्रा शुरू की तो मेरी यह सोच थी कि यह कन्याकुमारी से कश्मीर तक एक यात्रा है किंतु कुछ समय बाद यह पता चला कि इस यात्रा की एक आवाज है इसकी फीलिंग्स है। और इससे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। और इस यात्रा को न सिर्फ देश की जनता बल्कि विपक्ष का पूरा समर्थन मिल रहा है।
राहुल ने आगे कहा कि, मैं आरएसएस और भाजपा के मित्रों का भी धन्यवाद करना चाहता हूं कि वो जितना भी मुझ पर हमला करते हैं, मैं उतना बेहतर होता जा रहा हूं। भाजपा और आरएसएस के लोग मेरे गुरु हैं, वो मुझे ट्रेनिंग दे रहे हैं क्योंकि जितना वो आक्रमण करते है उतनी ही हमको अपनी स्थिति को सुधारने का मौका मिलता हैं। वो मुझे रास्ता दिखा रहे है कि क्या नहीं करना चाहिए।‘
उन्होंने कहा कि यात्रा के बाद, ये यात्रा हमें कुछ बताने की कोशिश कर रही है और यदि हम उसे सुने बिना कुछ और काम कर देंगे तो वो उस यात्रा का अपमान है। किंतु विपक्ष हमारे साथ खड़ा है। और भारत जोड़ो यात्रा के दरवाजे सभी के लिए खुले है। नफरत, हिंसा और मोहब्बत में सिमिलैरिटी नहीं होती। किंतु बहुत सारे लोग है और उनमें से अखिलेश जी मायावती जी सभी भारत जो मोहब्बत का हिंदुस्तान चाहते है और नफरत मिटाने का रिश्ता है उनके साथ।
चीन के मुद्दे पर राहुल ने कहा कि- यूपीए-2 ने कभी भी पाकिस्तान और चीन को एक नहीं होने दिया और आज पाकिस्तान और चीन एक हो रहे है जो की बहुत ही खतरनाक बात हैं। इन्होंने हमारी सरकार में की विदेश नीति को अप्रभावी तरीके से संभाला है। चीन-पाकिस्तान एक होकर तैयारी कर भी रहे है और यह मामूली बात नहीं है। इन्होंने पहला कदम डोकलाम और दूसरा कदम लद्दाख में लिया। मुझे लग रहा है कि यह तैयारी कर रहे है। हमारी सरकार को वायु, थल और नौसेना की बात सुननी होगी और सेना का राजनीतिक इस्तेमाल बंद करना होगा।
उन्होंने आगे कहा कि, चीन हमारा 2000 किमी क्षेत्र ले गया और पीएम जी कह रहे है कि कोर्इ नहीं आया। अगर मैं आपके घर में घुस गया और आप कहे कि कोई नहीं घुसा तो इससे क्या संदेश जाएगा? सरकार इस पर जनता को भ्रमित कर रही है यदि सरकार इसपर जनता को खुलकर बताएं तो सभी पार्टियां सरकार के साथ है।
बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर राहुल ने कहा कि- महंगाई और बेरोजगारी अहम है भारत के कुछ लोग बहुत कम समय में सबसे अमीर व्यक्ति बन गए है किंतु देश के ज्यादातर लोग गरीब हो गए हैं। सरकार की कमियां बेरोजगारी, नोटबंदी, चीन, इकॉनॉमिक मिसमैनेजमेंट, गलत जीएसटी ये सरकार की गलतियां है। किंतु मैं यह सोचता हूं कि हम हिंदुस्तान को एक सोचने का और जीने का नया तरीका दे।
सुरक्षा को लेकर राहुल ने कहा कि – भाजपा चाहती है कि मैं बुलेटप्रूफ गाड़ी के साथ भारत जोड़ो यात्रा करूं, लेकिन आप मुझे ये समझाइये कि बीपी गाड़ी में बैठ कर मैं यात्रा कैसे करूं क्योंकि यह तो भारत जोड़ो यात्रा है और पैदल ही होगी। बार-बार मेरे खिलाफ अफवाह फैलाई जा रही है कि मैं सुरक्षा के प्रोटोकॉल तोड़ता हूं। किंतु उनके नेता तो जब बीपी गाड़ी से बाहर आ जाते है, खुली जीप में गए जो प्रोटोकॉल के खिलाफ है तो उन्हें चिट्ठी नहीं जाती। उनके लिए प्रोटोकॉल अगल और मेरे लिए अलग ये कैसे। सभी सीआरपीएफ जवान जानते है कि मेरी सुरक्षा के लिए क्या करना है। यह सब तो केवल केस बना रहे है कि राहुल गांधी सिक्योरिटी तोड़ता रहता हैं।
सर्दी न लगने के पर राहुल ने कहा कि – मुझे ये समझ नहीं आता कि लोगों को मुझसे इतनी दिक्कत क्यों हैं। अगर सच कहूं तो भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अभी तक मुझे ठंड नहीं लगी, यदि मुझे जब भी ठंड लगनी शुरू होगी तो मैं स्वेटर पहनना शुरू कर दूंगा। मेरा ध्यान इस विचार पर है कि भारत को एक होना चाहिए।
भाजपा और कांग्रेस पर कहा कि- यह दोनों ही पार्टी कभी भी एक नहीं हो सकती क्योंकि इन दोनों की विचारधारा अलग-अलग है। और असल में उस विचारधारा को हराने के लिए एक विचारधारा जरूरी है।
शहीदों के लिए कहा कि- मैं शहीद परिवार से हूं और मैं जानता हूं कि जब एक युवा अपनी जान देता है तो उसके परिवार पर क्या गुजरती है। लेकिन भाजपा के शीर्ष नेता यह सब नहीं जानते। हम नहीं चाहते कि हमारी सेना से कोई जवान शहीद हो। हम नहीं चाहते कि इस चीज को लापरवाही से लें और सेना राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल की जाए। सेना का नुकसान हमारे जवानों और उनके परिवारों को हो।
आपको बता दें, ‘भारत जोड़ो यात्रा’ फिलहाल दिल्ली में विराम दिया गया है। यात्रा 3 जनवरी से फिर शुरू होगी और दिल्ली से उत्तर प्रदेश होतो हुए पंजाब और जम्मू-कश्मीर में 26 जनवरी को समाप्त होगी।