उत्तर प्रदेश में बसपा के गठबंधन से अलग हो जाने के दो दिन बाद गुरूवार को आरएलडी ने ऐलान किया है वह गठबंधन में सपा के साथ बनी रहेगी और आने वाले ११ उपचुनाव सपा से मिलकर लड़ेगी। आरएलडी ने एक और कदन आगे जाते हुए कहा है कि कोशिश की जाएगी कि कांग्रेस भी इस गठबंधन का हिस्सा बन जाए।
आरएलडी के प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद ने गुरूवार को कहा – ”हम महागठबंधन का हिस्सा रहेंगे और सपा के साथ थे, साथ हैं और रहेंगे। हम इस गठबंधन में कांग्रेस को भी शामिल करने की कोशिश करेंगे।” इस तरह यूपी में बसपा के छिटक जाने के बाद भी लगता है गठबंधन का अस्तित्व बना रहने की सम्भाना है।
अभी आरएलडी के इस ऐलान के बाद सपा की तरफ से कोइ टिप्पणी नहीं आई है। गौरतलब है कि सपा और कांग्रेस विधानसभा चुनाव में साथ-साथ लड़े थे हालांकि चुनाव सभाओं में राहुल-अखिलेश के लिए जुटने वाली बड़ी भीड़ वोटों में तब्दील नहीं हो पाई थी। इसके अलग हो गए थे हालांकि अभी भी बहुत राजनीतिक जानकार मानते हैं कि कांग्रेस का बड़ा वोट बैंक यूपी में है।
याद रहे ईद से ऐन एक दिन पहले सपा-बसपा-रालोद गठबंधन बिखरने के कगार पर दिखा था जब बसपा प्रमुख मायावती ने अलग होने का ऐलान कर दिया था। अब गठबंधन के तीसरे घटक रालोद ने गुरूवार को कहा कि वह उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा उपचुनाव सपा के साथ लड़ेगा।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद का कहना है – ”आरएलडी एक राजनीतिक दल है और हम यूपी विधानसभा के उपचुनाव में मैदान में उतरेंगे। हालांकि प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य पर टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी होगी। जहां तक प्रत्याशियों के चयन की बात है तो यह फैसला हमारे राष्ट्रीय नेतृत्व- चौधरी अजीत सिंह और जयंत चौधरी करेंगे।”
अहमद ने कहा कि रालोद-सपा का पुराना साथ रहा है और हमें अखिलेश यादव के कोटे से सीटें मिली थीं। उन्होंने कहा – ”हमारी इच्छा है कि गठबंधन एकजुट रहे और मजबूत रहे । हमारे ख्याल से कांग्रेस को भी गठबंधन का हिस्सा होना चाहिए था।” अहमद ने कहा कि चुनाव में नफा नुकसान का विश्लेषण बाद में किया जाएगा । ”हमारी इच्छा है कि गठबंधन अपना कुनबा बढ़ाए ताकि हम भाजपा के खिलाफ एक मजबूत ताकत बनकर उभर सकें।”
आरएलडी का सपा से जुड़े रहने का ऐलान
प्रदेश अध्यक्ष अहमद बोले, कांग्रेस को भी साथ लेने की कोशिश होगी