दिल्ली की सियासत में आप पार्टी के ऊपर लग रहे आरोपों से सबसे ज्यादा अगर किसी राजनीतिक दल को सियासी लाभ हो रहा है तो वो है कांग्रेस पार्टी, क्योंकि कांग्रेस पार्टी के वोट बैंक में सेंध लगाकर आप पार्टी की सियासत ही नहीं चमकी थी बल्कि आप पार्टी ने सरकार भी बनायी थी और कांग्रेस का सूपड़ा साफ किया था।
बताते चलें गत दो दिनों से दिल्ली की सियासत में जो भूचाल आया है उसकी मुख्य वजह है दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर जो भ्रष्ट्राचार के आरोप लग रहे है और ईडी की छापेमारी से आप पार्टी की सियासी साख को बट्टा लगा है। उससे कांग्रेस को एक मौका फिर से मिल रहा है कि वो अपने खोये हुये जनाधार को वापस प्राप्त कर सकें।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सत्येन्द्र जैन पर झूठे आरोप लगाये है अब केन्द्र सरकार मनीष सिसोदिया द्वारा किये गये कामों से बौखला गयी है इसलिये मनीष सिसोदिया पर ईडी की छापेमारी कर सकती है।
जानकारों का कहना है कि इस सारे राजनीतिक घटनाक्रम में आप पार्टी की क्षवि को राजनीतिक नुकसान हो सकता है। भाजपा और कांग्रेस को लाभ मिल सकता है। क्योंकि गत दो दिनों में जिस अंदाज में भाजपा और कांग्रेस ने जो उग्र प्रदर्शन किये है। उससे आप पार्टी के विरोध माहौल बनने लगा है। जबकि कांग्रेस के प्रति लोगों का रवैया कुछ बदला है।
जबकि भाजपा इसी मौके की तलाश में है अगर आप पार्टी का वोट खिसक कर कांग्रेस में जाता है तो निश्चित तौर पर भाजपा को सियासी लाभ मिल सकता है। जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में दिल्ली की सियासत में बडे बदलाव देखने को मिल सकता है।