भले ही दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव में अभी 6 महीनें से अधिक का समय बचा हो, पर दिल्ली की सियासत में हलचल तेज़ है। बतातें चलें एमसीडी चुनाव को लेकर कांग्रेस, भाजपा और आप पार्टी सहित अन्य राजनीतिक दल अब एक दूसरें पर प्रत्यारोप – आत्यारोपका दौर तेज हो गया है।
दिल्ली में आप पार्टी के द्वारा दी जा रही महिलाओं को बसों में फ्री की सेवा और बिजली-पानी भी फ्री में दिये जाने पर आप पार्टी की लोकप्रियता बढ़ी है। इसी के काट के लिये कांग्रेस और भाजपा में गहन मंत्रणा चल रही है कि कैसे वे उन सेक्टरों को छुये जिनमें जनता को फ्री की सेवा दी जाये ताकि जनता के बीच आप पार्टी का काट निकला जा सकें।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक एमसीडी के चुनाव में निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की फीस माफ करने पर विचार किया जा रहा है और मैट्रो में बढ़े दामों को कम करने जैसे मुद्दे शामिल हो सकते है।
जबकि भाजपा एमसी़डी के चुनाव में आप पार्टी से सीधे मुकाबले में इस लिहाज से वो आप पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल और आप पार्टी द्वारा विकास कार्य ना कराये जाने मुद्दो पर घेरना चाहती है। भाजपा का कहना है कि आप पार्टी की कथनी करनाी में काफी अंतर है जिसके कारण दिल्ली की जनता को काफी परेशान होना पड़ा है।
भाजपा का मानना है कि आप पार्टी ने भी तामाम घोटालें किये है जो एमसीडी के चुनाव में जनता के सामने खोलें जायेगें।