एक बड़ी कामयाबी में सुरक्षा बलों ने कश्मीर घाटी में आतंकवाद का ”पोस्टर ब्वाय” कहलाये जाने वाले जाकिर मूसा को ढेर कर दिया है। दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा में सेना ने इस मोस्ट वॉन्टेड आतंकी को एक मुठभेड़ में मार गिराया है। प्रशासन ने कश्मीर में सभी शिक्षण संस्थान, अन्य संस्थान आज बंद रखने की घोषणा की है ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से बचा जा सके।
यह मुठभेड़ गुरूवार को हुई है और अब सेना ने भी आधिकारिक रूप से इस बात की पुष्टि की है कि मुठभेड़ में मारा गया आतंकी जाकिर राशिद भट्ट उर्फ जाकिर मूसा ही है। घाटी में सेना ने आतंकियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई में दक्षिण कश्मीर के त्राल में यह यह सफलता हासिल की।
मूसा आतंकी संगठन अंसार गजावत-उल-हिंद का मुखिया था। संयोग यह भी कि जाकिर मूसा को पुलवामा के उसी इलाके में ढेर किया गया, जहां २०१६ में सेना ने हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी को मार गिराया था। मूसा ने ही संगठन की कमान गाजी से संभाली थी।
हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी के बाद घाटी में आतंक के पोस्टर बॉय बन चुके जाकिर मूसा ने इंजनियरिंग की पढ़ाई छोड़ इस्लामिक राज्य की स्थापना के लिए जंग का रास्ता चुना। वह आतंकी संगठन अल कायदा से जुड़े अंसार गजावत-उल-हिंद का चीफ था। गुरुवार को सेना को त्राल में मूसा के मौजूद होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद सेना की ४२ राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों ने यहां पर बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
इस दौरान जाकिर मूसा के ठिकाने की घेराबंदी कर सेना के अधिकारियों ने उसे सरेंडर करने के लिए कहा, जिसपर मूसा ने सेना के अधिकारियों पर ग्रेनेड हमला कर भागने की कोशिश की। मुठभेड़ के दौरान वह ढेर हो गया। इसके बाद सेना ने बड़ा काउंटर ऑपरेशन शुरू करते हुए इलाके में सख्त घेराबंदी की और फिर भारी गोलीबारी करते हुए मूसा को उसी मकान में मार गिराया, जहां उसने पनाह ली थी।
याद रहे मूसा को घाटी में आतंक का ”पोस्टर बॉय” कहा जाता था। दिलचस्प बात यह भी थी कि जाकिर मूसा एक पढ़ा-लिखा व्यक्ति था और उसे टेक्नॉलजी सेवी माना जाता था।