पुलवामा हमले को लेकर शुक्रवार को दिल्ली में सीसीएस की बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सबसे तेज ट्रेन वंदे भारत को नई दिल्ली से हरी झंडी दिखाई। वंदे भारत ट्रेन, जिसका नाम टी१८ है, दिल्ली से वाराणसी के बीच चलेगी। इसकी तीव्रतम गति १८० किलोमीटर प्रति घंटा है। इस मौके पर पीएम ने पुलवामा हमले पर कहा कि आतंकवादियों ने बड़ी गलती कर दी है और इसकी सजा उन्हें ज़रूर मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने पुलवामा आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए पड़ोसी पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने साफ कहा कि आतंकियों ने बहुत बड़ी गलती कर दी है और उनके सरपरस्तों को करारा जवाब मिलेगा। वंदे भारत एक्सप्रेस की लॉन्चिंग के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में पीएम ने कहा – ”आतंकी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वे बहुत बड़ी गलती कर गए हैं। मैं देश को भरोसा दिलाता हूं कि हमले के पीछे जो ताकतें हैं, इस हमले के जो भी गुनहगार हैं, उन्हें उनके किए की सजा अवश्य मिलेगी। सुरक्षाबलों को पूरी छूट दे दी गई है।”
उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बाद अभी हमारी स्थिति दुख और आक्रोश वाली है। उन्होंने कहा – ”मैं विश्वास जताता हूं कि जिन शब्दों और सपनों को लेकर हमारे जवानों ने जीवन त्यागा है, उन सपनों को पूरा करने के लिए हम अपने जीवन का पल-पल खपा देंगे।”
मोदी ने कहा कि पाकिस्तान तबाही के रास्ते पर चल रहा है। ”हमें अपने सैनिकों के शौर्य और उनकी बहादुरी पर पूरा भरोसा है। पड़ोसी देश यह समझता है कि जिस तरह से वह साजिश रच रहा है, उससे भारत में अस्थिरता फैल जाएगी तो वह ऐसा कभी नहीं कर पाएगा। यह कभी नहीं होने वाला है। उसके मंसूबे कभी पूरे नहीं होने देंगे।”
इस मौके पर पीएम ने अपने भाषण में कहा कि बीते वर्षों में रेलवे ने मेक इन इंडिया के तहत काफी प्रगति की है। रेल मंत्री पीयूष गोयल भी उनके साथ थे। ट्रेन रवाना करने से पहले पीएम ने पुलवामा हमले के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। वंदे भारत को हरी झंडी दिखाने से पहले पीएम मोदी ने ट्रेन का दौरा किया।
अधिकारियों ने उन्हें ट्रेन की सुविधाओं के बारे में बताया। मोदी ने बताया कि बिजली वाली ट्रेन चलाने से काफी फायदे होंगे। इससे प्रदूषण कम होगा और डीजल पर होनेवाला खर्च भी बचेगा। पीएम के मुताबिक, इसकी वजह से काफी नौकरियां भी निकली हैं। यह ट्रेन कानपुर और प्रयागराज में भी रुकेगी।
ट्रेन में लंबे सफर में आराम के लिए फुटरेस्ट दिए गए हैं। साथ में बोटल या अन्य सामान रखने की भी जगह सीटों के साथ मौजूद है। वंदे भारत ट्रेन में प्लेन जैसी खूबियां हैं। एसी, टीवी, ऑटेमैटिक दरवाजे, हाइक्लास पैंट्री और वॉशरूम इस ट्रेन में सब-कुछ है। यह भारत की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन है।
ट्रेन दिल्ली से वाराणसी नौ घंटे ४५ मिनट में पहुंचेगी। यात्रा अवधि में ट्रेन कानपुर और इलाहाबाद स्टेशन पर ४०-४० मिनट रुकेगी जहां विशेष कार्यक्रम होगा। सेमी हाई स्पीड ट्रेन १८ का नाम हाल में ”वंदे भारत एक्सप्रेस” कर दिया गया था। इसमें शताब्दी ट्रेनों से भी बेहतर सुविधा इसमें होगी। इसका मकसद यात्रियों को बिल्कुल नया अनुभव देना है। इसमें १६ वातानुकूलित कोच होंगे जिसमें दो एक्जीक्यूटिव श्रेणी के होंगे। कुल ११२८ यात्री इसमें सवार हो सकते हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस का निर्माण ”मेक इन इंडिया” पहल के तहत चेन्नई में इंटिग्रल कोच फैक्टरी (आईसीएफ) में किया गया है।
रेलवे ने दिल्ली-वाराणसी सफर के लिए वातानुकूलित कुर्सीयान का किराया १८५० रुपये की जगह १७६० रुपये, जबकि एक्जीक्यूटिव श्रेणी का किराया ३५२० रूपये की जगह ३३१० रूपये करने की घोषणा की है। नई दिल्ली से वाराणसी तक एक्जीक्यूटिव श्रेणी में यात्रा करने वाले यात्रियों को सुबह की चाय, नाश्ते और भोजन के लिए ३९९ रुपये देने पड़ेंगे जबकि कुर्सीयान के यात्रियों को ३४४ रूपये लगेंगे।