यूपी की राजधानी लखनऊ में एशिया में रक्षा उत्पादों की सबसे बड़ी प्रदर्शनी डिफेंस एक्सपो 2020 का आगाज आज पीएम नरेंद्र मोदी करने वाले हैं। इसे एशिया की सबसे बड़ी हथियारों की बाजार बताया जा रहा है। प्रदर्शन में 54 देश शिरकत कर रहे हैं। 34 देशों के रक्षा मंत्री, रक्षा विशेषज्ञ व विदेश मंत्री शिरकत करने वाले हैं।
हथियारों के इस बाजार में रक्षा उपकरणों से जुड़ी 70 से ज्यादा देशों की 1028 कंपनियां अपने उत्पादों और तकनीकों का मुजाहरा करेंगी। इनमें 856 भारतीय और 172 विदेशी कंपनियां हैं। डिफेंस एक्सपो के दौरान रक्षा सौदों से जुड़े तकरीबन 200 से ज्यादा एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है।
डिफेंस एक्सपों के बारे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को प्रेस को बताया था कि भारत जैसा बड़ा मुल्क रक्षा उपकरणों को लेकर लंबे समय तक आयातित उपकरणों पर निर्भर नहीं रह सकता। जल्द ही भारत को डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में तैयार किया जाएगा। इस पर आगे बढऩे के लिए यह प्रदर्शनी अहम भूमिका अदा कर सकती है।
सुरक्षा के लिहाज से पूरे लखनऊ में व्यापक प्रबंध किए गए हैं। तीनों सेनाओं और अर्धसैनिक बलों के 20 हजार से अधिक जवान तैनात किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं। प्रदर्शनी स्थल पर 18 साल से कम उम्र के व्यक्तियों के प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। पांच दिन तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में 15000 अफसरों को कर्मचारियों को तैनात किया गया है।