महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस आज राज्यपाल से मुलाक़ात कर सकते हैं। उधर शिव सेना के साथ छोड़ देने और एनसीपी-कांग्रेस के सरकार बनाने के लिए शिव सेना को समर्थन देने से बेचैन भाजपा के महाराष्ट्र के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने शनिवार को दावा किया पार्टी के पास ११९ विधायकों का ”समर्थन” है और राज्य में अगली सरकार ”भाजपा की ही होगी” यादरहे एक हफ्ता पहले ही भाजपा ने राज्यपाल के सरकार बनाने के लिए बुलाये जाने पर यह कहकर मना कर दिया था कि उसके पास सरकार बनाने लायक बहुमत नहीं है। उधर सरकार गठन के लिए शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस आज राज्यपाल से मुलाक़ात करेंगे।
जानकारों के मुताबिक महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्य में सरकार खो देने से भाजपा में ऊपर तक बहुत बेचैनी है। पार्टी ने अघोषित रूप से नारायण राणे को जिम्मा दिया था कि किसी भी सूरत में महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार के कोशिश की जाए। वैसे तो शिव सेना-एनसीपी-कांग्रेस की मिलीजुली सरकार बनना तय माना जा रहा है, लेकिन यह कहा जाता है कि भाजपा की ”उम्मीद” एनसीपी पर है।
वैसे देखा जाये तो वर्तमान हालात में भाजपा के पास ऐसा कोइ रास्ता नहीं जिससे वह अपनी सरकार बना पाए, सिवाए इसके कि वह शिव सेना, एनसीपी या कांग्रेस के विधायकों को तोड़ ले। अभी तक कि स्थिति में ऐसा दिख नहीं रहा कि इनमें कोइ टूट होगी। यह अलग बात है कि कोइ एक दल भाजपा को समर्थन दे दे। इसलिए यह कहा जा रहा है कि अपनी सरकार बनाने की बात भाजपा इसलिए उड़ा रही है ताकि शिव सेना-एनसीपी-कांग्रेस के संभावित गठबंधन में ”गलतफहमियां” पैदा की जाएँ।
वैसे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल का दावा है कि ”पार्टी के पास कुछ निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है जिससे उसकी संख्या ११९ पहुंच गई है। भाजपा इस संख्या के साथ सरकार बनाएगी”।