भाजपा के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि आज भारत बिना किसी डर या दबाव के अपने हितों के साथ दुनिया के सामने खड़ा है। मोदी ने कहा कि जब पूरी दुनिया दो विरोधी गुटों में बंटी हुई है, भारत एक ऐसे राष्ट्र के रूप में उभरा है. जो मानवता पर मजबूती से अपनी बात कह सकता है।
मोदी ने यह बात भारतीय जनता पार्टी के 42वें स्थापना दिवस के अवसर पर कही।
उन्होंने कहा – ‘प्रेरणा लेने का ये एक बड़ा अवसर है। साथ ही, वैश्विक व्यवस्था के परिणामों के साथ विश्व परिस्थिति तेजी से बदल रहा है। इससे भारत के लिए कई नए अवसर सामने आ रहे हैं।’
इस अवसर पर मोदी ने परिवारवाद की राजनीति पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि एक राजनीति है परिवार भक्ति की और दूसरी राजनीति है राष्ट्र भक्ति की। उन्होंने आरोप लगाया कि परिवारवादी राजनीति वाले एक दूसरे के भ्रष्टाचार को ढक कर रखते हैं और भाजपा ही एक मात्र पार्टी है, जो परिवारवादी राजनीति के खिलाफ है।
पीएम ने कहा – ‘भाजपा ने ही पहली बार इसको चुनावी मुद्दा बनाया। परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र के लिए खतरा है। भाजपा के कार्यकर्ता लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए लड़ रहे हैं और कई ने तो बलिदान भी दिया है।’
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के लिए मोदी ने कार्यकर्ताओं की सराहना की और कहा कि भाजपा कुछ हफ्ते पहले चार राज्यों में ‘डबल-इंजन’ सरकार के साथ सत्ता में लौटी है। तीन दशकों के बाद, राज्यसभा में कोई पार्टी 100 संख्या का आंकड़ा छू पाई है।
मोदी ने कहा – ‘देश की नारी शक्ति में आत्मविश्वास बढ़ा है। देश के विकास में महिलाओं की सहभागिता बढ़े ये हम सबका एक दायित्व है। राष्ट्र नीति और राजनीति साथ-साथ चलना चाहिए।’
कोरोना को लेकर पीएम ने कहा – ‘तमाम संकट के बावजूद 400 बिलियन डॉलर का एक्सपोर्ट भारत का सामर्थ्य दिखता है। भारत 80 करोड़ गरीब को मुफ्त राशन दे रहा है। इस पर केंद्र सरकार 3.5 लाख करोड़ खर्च कर रही है। जन कल्याण की हर योजना को सौ फीसदी पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। समाज की आखिरी व्यक्ति तक सरकारी लाभ पहुंचे इसे सुनिश्चित करना ही सबका साथ सबका विकास है।’