राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच खबर आई है कि राज्यपाल कलराज मिश्र विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए आख़िरकार राजी हो गए हैं। इससे पहले उन्होंने कुछ किंतु, परंतु के सवाल उठाए थे, जिसको लेकर सीएम अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी से लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तक बात पहुंचा दी।
राज्यपाल ने सोमवार दोपहर को राज्य कैबिनेट की मांग को स्वीकार करते हुए विधानसभा सत्र का आह्वान किया है। बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में बताया था कि उन्होंने राज्यपाल के ‘व्यवहार’ को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है।
हालांकि, राज्यपाल ने इससे इनकार किया कि वह जानबूझकर विधानसभा सत्र बुलाने में देरी कर रहे थे। कांग्रेस ने कहा था कि राज्यपाल ने ऐसा करके लोकतंत्र को बाधित करने का सबसे खराब तरीका अपनाया है।
इससे पहले राज्यपाल मिश्र ने विधानसभा का सत्र बुलाने का राज्य मंत्रिमंडल के संशोधित प्रस्ताव को कुछ बिंदुओं के साथ गहलोत सरकार को वापस भेज दिया था।
…तो हाई कोर्ट के झटके से बिगड़ा भाजपा का खेल
वहीं राजस्थान में उहापोह को लेकर कांग्रेस राजस्थान राजभवन को छोड़कर आज देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रही है। इससे पहले राजस्थान हाई कोर्ट में भाजपा की ओर से दायर की गई, बीएसपी विधायकों के दलबदल की अर्जी खारिज हो गई, जिससे शायद उसका बनता दिखता ‘खेल’ बिगड़ गया। भाजपा विधायक ने बीएसपी के सभी 6 विधायकों के कांग्रेस में विलय को चुनौती दी थी।