फरार आतंकवादी और आईएसवाईएफ के स्वयंभू मुखिया हरप्रीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उसे एक दिन पहले मलेशिया के कुआलालंपुर से आने पर गिरफ्तार कर लिया। एनआईए ने हरप्रीत सिंह पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक एनआईए ने इसकी जानकारी दी है। एनआईए ने कहा कि पाकिस्तान स्थित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन आईएसवाईएफ का स्वयंभू प्रमुख हरप्रीत, लखबीर सिंह रोडे का सहयोगी है।
वह दिसंबर 2021 लुधियाना कोर्ट बिल्डिंग ब्लास्ट के साजिशकर्ताओं में से एक था जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी जबकि कई अन्य घायल हो गए थे। उसपर एनआईए ने 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था। उसके खिलाफ विशेष एनआईए अदालत से गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था और एक लुक आउट सर्कुलर भी निकाला गया था।
एनआईए के मुताबिक, रोड के निर्देश पर काम करते हुए हरप्रीत ने विशेष रूप से निर्मित आईईडी की डिलीवरी का समन्वय किया, जिसे पाकिस्तान से उसके भारत स्थित सहयोगियों को भेजा गया था। इसका उपयोग लुधियाना कोर्ट कॉम्प्लेक्स विस्फोट में किया गया था।
एनआईए के मुताबिक हरप्रीत, लखबीर सिंह रोड का सहयोगी है जो पाकिस्तान स्थित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन का स्वयंभू मुखिया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने उसे मलेशिया के कुआलालम्पुर से दिल्ली आने पर गिरफ्तार कर लिया
आपको बता दें, लुधियाना कोर्ट परिसर में 23 दिसंबर 2021 को ब्लास्ट हुआ था। इसमें बम लगाने वाले गगनदीप सिंह व अन्य 6 नागरिक घायल हो गए थे। एनआर्इए ने इस वर्ष जनवरी में भारतीय दंड संहिता, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, विस्फोटक अधिनियम और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान की रोकथान अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज मामले को अपने हाथ में ले लिया था।