आईएसआईएस षड्यंत्र केस में इंजीनियर को सात साल की कैद

दिल्ली की विशेष एनआईए अदालत ने आईएसआईएस षड्यंत्र मामले में चेन्नई के इंजीनियर मोहम्मद नासिर को सात वर्ष कैद की सजा सुनाई है। इसके साथ ही उस पर  40 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये मुस्लिम युवाओं की भर्ती करने के भारत में आतंकी संगठन का बेस बनाने की साजिश के आरोप में 2015 में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी।

एनआईए के मुताबिक, सुनवाई पूरी होने के बाद अदालत ने बुधवार को आरोपी मोहम्मद नासिर को कई मामलों में दोषी करार दिया और सात साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई। तीन जून को मामले में नासिर समेत 16 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई थी। 15 दोषियों को अक्तूबर महीने में सजा सुनाई जा चुकी है। मोहम्मद नासिर के पास बीटेक आईटी की डिग्री है और हैकिंग करने में माहिर बताया जाता है। वह 2014 में दुबई में वेब डेवलपर और ग्राफिक डिजाइनर के तौर पर नौकरी कर चुका है। केंद्रीय एजेंसी की मानें तो यूट्यूब पर अंजेम चौधरी और अबु बारा के लेक्चरर सुनकर आईएस में शामिल होने के लिए प्रेरित हुआ था। इसी को आगे बढ़ाने के लिए उसने भारत में भी पैठ बनाने के लिए प्रयास करने शुरू किए थे।