उत्तर और पश्चिम भारत में मंगलवार रात आए जबरदस्त तूफान ने बड़ी तबाही मचाई है। तेज आंधी और बारिश के कारण अबतक कम से कम ३२ लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों लोग घायल हुए हैं। राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में फसलों को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है। राजधानी दिल्ली में भी तूफ़ान से कुछ घरों की कच्ची छतें उड़ गईं। दिल्ली में बुधवार को भी बारिश हुई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक राजस्थान में ही तूफान के कारण कम से कम छह लोगों की जान गयी है। मौसम विभाग ने यूपी और राजस्थान में अगले २४ घंटे में आंधी और तूफान की चेतावनी जारी की है। बारिश और तूफान से समूचे उत्तर भारत में तापमान में तेज गिरावट आई है।
ख़बरों में बताया गया है कि तेज हवाओं के कारण कई घर उजड़ गए और पेड़ उखड़ गए। तूफान की वजह से कई वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है और बिजली की आपूर्ति में बाधा आई है। बारिश और ओलावृष्टि से जयपुर में पारा गिरकर ११.६ डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। राजस्थान के ही चित्तौड़ में २२ मिलीमीटर बारिश हुई। राजस्थान के बस्सी और जमवाराढ़ में दीवार ढहने से दो लोगों की मौत हो गई।
उधर झालावाड़ में चार बच्चों और उदयपुर में दो युवकों के मौत की पुष्टि हुई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बुधवार को भी पश्चिमी और पूर्वी राजस्थान में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है।
आंधी-तूफान से मध्य प्रदेश में कम से कम १६ लोगों के मौत और कई लोगों के घायल होने की सूचना आ रही है। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बारिश और बिजली गिरने से इंदौर में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। छिंदवाड़ा में तापमान २६ डिग्री गिर गया। बारिश से हजारों क्विंटल गेहूं भीग गया। राज्य के मंदसौर और नीमच में जमकर ओले गिरे। इसके बाद रातभर बारिश होती रही।
रिपोर्ट्स के मुताबिक गुजरात में भी आंधी और तूफान से नौ लोगों की मौत हो गई है। बारिश, ओले और आंधी की वजह से राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।