पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई के प्रमुख और अन्य अधिकारियों के काबुल आने के बाद से तालिबान लगातार पंजशीर घाटी पर कब्जे का दावा कर रहा है, हालांकि नॉर्थन एलायंस के नेता अहमद मसूद और पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने दावा किया है कि पंजशीर पर अभी भी उनका कब्ज़ा है और तालिबान का दावा गलत है। अहमद मसूद ने यहाँ तक कहा कि वे अंतिम सांस तक पंजशीर में ही रहेंगे।
तालिबान ने फिर दावा किया है कि उसने पंजशीर घाटी पर कब्ज़ा कर लिया है और इस तरह उसका पूरे अफगानिस्तान पर कब्ज़ा हो गया है। अपुष्ट ख़बरों के मुताबिक रेजिस्टेंस फ़ोर्स के प्रवक्ता की तालिबान के हमले में मृत्यु हो गयी है।
उधर तालिबान अफगानिस्तान में अपनी सरकार के गठन के लिए लगातार बैठकें कर रहा है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि तालिबान और कुछ सहयोगी संगठनों के बीच सरकार को लेकर तकरार है। इसके अलावा भारत के साथ रिश्तों को लेकर भी तालिबान जहाँ अलग रुख दिखा रहा है वहीं अलकायदा जैसे संगठन कश्मीर का राग अलाप रहे हैं।
तालिबान ने आज फिर कहा है कि वह अपनी धरती (अफगानिस्तान) को किसी भी देश के खिलाफ इस्तेमाल नहीं देगा। उसके इस ब्यान को भारत के सन्दर्भ में देखा जा रहा है। लेकिन जब तक सरकार का गठन नहीं हो जाता तब तक तालिबान के इस ब्यान के असल में अमल पर कुछ नहीं कहा जा सकता।
अहमद मसूद का अंतिम सांस तक पंजशीर में रहना वाला ब्यान इन रिपोर्ट्स के बाद आया है जिनमें दवा किया गया था कि मसूद तीन डिओन पहले ताजिकिस्तान चले गए हैं। उधर अमरुल्लाह सालेह भी लगातार वीडियो जारी करके तालिबान के पंजशीर पर कब्जे के दावे को गलत बता रहे हैं।